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सहारनपुर भीम आर्मी की महापंचायत, सरकार पर दलितों के उत्पीड़न का आरोप

सहारनपुर में बुधवार को भीम आर्मी ने कई मुद्दों को लेकर महापंचायत आयोजित की. भीम आर्मी का कहना है कि दलितों, पिछड़ों और मुस्लिमों के पांच-पांच बीघा के पट्टों के आरक्षण और कृषि बिल के विरोध में यह पंचायत आयोजित की गई है.

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Published : Jun 30, 2021, 8:10 PM IST

सहारनपुर भीम आर्मी की महापंचायत
सहारनपुर भीम आर्मी की महापंचायत

सहारनपुर : जिले में भीम आर्मी ने दलितों, पिछड़ों और मुस्लिमों के पांच-पांच बीघा के पट्टों के आरक्षण और कृषि बिल के विरोध में महापंचायत का आयोजन किया. महापंचायत में मोदी और योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा गया. सहारनपुर के बेहट कस्बे में भीम आर्मी के प्रमुख राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंजीत नौटियाल पिछले 50 दिनों से विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. इससे पहले वे भूख हड़ताल भी कर चुके हैं.

मंजीत नौटियाल ने मोदी और योगी सरकार पर साधा निशाना

सरकार पर सुनवाई न किए जाने का आरोप लगाते हुए भीम आर्मी ने बेहट कस्बे के रविदास मंदिर के मैदान में महापंचायत बुलाई गई. महापंचायत में पहुंचे भीम आर्मी के राष्ट्रीय महासचिव कमल वालिया ने कहा कि "सरकार दलित और मुस्लिमों का उत्पीड़न करने पर तुली हुई है. उन पर 70 मुकदमें दर्ज किए जा चुके हैं. सरकार चाहे तो इन मुकदमों की संख्या 100 कर सकती है, लेकिन हम डरने या घबराने वाले नहीं हैं."

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महापंचायत को संबोधित करते हुए भीम आर्मी के प्रमुख राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंजीत नौटियाल ने कहा कि "सरकार द्वारा दलितों, पिछड़ों और मुस्लिमों के पांच-पांच बीघा के पट्टे निरस्त कर दिए गए और किसानों पर कृषि बिल थोपा गया है. भीम आर्मी इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी." उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि "यदि सरकार अभी भी नहीं जागी तो जल्दी ही पूरे प्रदेश और देश में आंदोलन चलाया जाएगा." मंजीत नौटियाल ने कहा कि "अगर आरक्षण शुरू नहीं किया गया तो वे सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे. भीम आर्मी नेता सईदुर्रह्मान प्रधान ने कहा कि मुसलमानों को अब एक हाथ में कुरान और एक हाथ में संविधान लेकर चलना चाहिए. उन्होंने अपील करते हुए कहा हमें अपने बच्चों को हायर और मॉडर्न एजुकेशन दिलानी चाहिए ताकि हम लोग भी राजनीति में भागीदारी कर सके."

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