सहारनपुर:मंगलवार को भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने बेगुनाह लोगों पर दर्ज किए गए मुकदमे को वापस लिए जाने का विरोध करते हुए जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तारी दी. 10 सितंबर को जिले में अराजक तत्वों ने भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को खंडित कर दिया गया था. इस पर दलित समाज ने विरोध करते हुए पथराव किया था. मामले में पुलिस ने 800 लोगों पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया था.
भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए गिरफ्तारी दी. क्या है पूरा मामला10 सितंबर को सहारनपुर में देहात कोतवाली के ग्राम घुन्ना में कुछ शरारती तत्वों ने बाबा भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को खंडित किया गया था, जिसके बाद वहां से गुजर रहे मां शाकुंभरी देवी के श्रद्धालुओं और पुलिस प्रशासन पर दलित समाज ने पथराव किया था. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने माहौल को शांत किया.
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800 लोगों पर दर्ज हुआ था मुकदमा
इस कार्रवाई में पुलिस ने लगभग 104 भीम आर्मी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया था. 800 लोगों पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसके बाद भीम आर्मी पदाधिकारियों द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई थी.
कार्यकर्ताओं ने जेल भरो आंदोलन के तहत दी गिरफ्तारी
इसमें भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने कहा था कि प्रशासन ने बेगुनाह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है, जिसको लेकर भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने जेल भरो आंदोलन कर लगभग 50 से 60 लोगों ने गिरफ्तारी देकर मुकदमा वापस लेने को कहा.
10 सितंबर को बाबा भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को कुछ अराजक तत्वों ने खंडित कर दिया था, जिसमें अराजक तत्व को बचाते हुए बेगुनाह दलितों को मुकदमे में फंसाया गया है. इसमें 800 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इस वजह से जिले से जेल भरो आंदोलन की शुरुआत हो हुई है, जो कि अब पूरे देश में किया जाएगा.
-प्रवीण गौतम, जिला प्रभारी, भीम आर्मी