सहारनपुर: यूं तो दुनिया मे बहुत सारे मंदिर हैं, लेकिन सहारनपुर के बरसी गांव का शिवमंदिर दुनिया का एक मात्र ऐसा मंदिर है, जिसका मुख्य द्वार पश्चिम दिशा में खुलता है. जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर तीतरो इलाके के बरसी गांव में यह शिव मंदिर स्थित है. यह मंदिर न सिर्फ महाभारत की याद दिलाता है, बल्कि यहां महाशिवरात्रि पर लाखों शिव भक्त अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए यहां आते हैं. यहां हर सोमवार को भोले नाथ का जलाभिषेक करने के लिए श्रदालुओं का तांता लगा रहता है. भक्त शिवलिंग का जलाभिषेक कर भगवान भोले नाथ को भांग धतुरा के साथ ही कद्दू-भेली भी प्रसाद के रूप चढ़ाते हैं.
इस मन्दिर की खास बात यह है कि इसका मुख्य द्वार पूर्व दिशा में न होकर पश्चिम दिशा में है. मान्यता है कि हिंदू धर्म में सभी मंदिरों के द्वार पूर्व दिशा में खुलते हैं, जबकि यह एक मात्र मन्दिर है जो पश्चिम की ओर खुलता है. मान्यता है कि इस शिव मंदिर को महभारत काल में दुर्योधन ने बनवाया था. अज्ञातवास के दौरान पांडव पुत्र इस मन्दिर में आकर रुके थे. जब पांडवों को इस बात का पता चला कि कौरवों ने इस मंदिर का निर्माण कराया है, तो भीम ने शिव मंदिर के द्वार में गदा फंसाकर उसका मुंह पूर्व से पश्चिम दिशा में कर दिया था. तभी से इस मंदिर का मुख पश्चिम की ओर है.