सहारनपुर:कोरोना संक्रमण के कहर से सभी कारखाने,उद्योग धंधे पूरी तरह ठप हो चुके हैं, जिससे स्थानीय और प्रवासी मजदूर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. कोरोना काल में उनके सामने आर्थिक संकट मंडराया हुआ है, बल्कि संकट की इस घड़ी में कारखाना मालिकों ने भी उनसे मुंह मोड़ लिया है, जिसके चलते लाखों मजदूर पैदल ही हजारों मील का सफर कर घर जाने की कोशिश कर रहे हैं.
प्रवासी मजदूरों को गृह जनपद पहुंचा रही रोडवेज बसें. सीएम योगी ने प्रवासी मजदूरों को इनके गृह जनपद तक पहुंचाने की जिम्मेदारी परिवहन निगम को दी है. सहारनपुर मंडल की बात करें तो मंडल के तीनों जिलों की सभी 490 बसें उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में इन मजदूरों को पहुंचा रही हैं. बसें कम पड़ने पर अन्य जनपदों से भी बसें मंगवाई जा रही हैं. अबतक 45 हजार प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जनपद तक पहुंचाया जा चुका है.
जिले में पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान, दिल्ली, जम्मू कश्मीर आदि राज्यों से भी प्रवासी मजदूर पहुंच रहे हैं. हजारों की तादाद में पहुंच रहे मजदूरों को अंबाला हाइवे पर स्तिथ राधा स्वामी सत्संग व्यास भवन में क्वारंटाइन किया जा रहा है, जहां इन मजदूरों का न सिर्फ मेडिकल चेकअप किया जा रहा है बल्कि खाने पीने रहने की सभी व्यवस्थाएं दी गई है.
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जिन मजदूरों के 14 दिन क्वारंटाइन का समय पूरा हो रहा है. उनको परिवहन निगम की बसों द्वारा उनके गृह जनपद पहुंचाया जा रहा है. मंडल की सभी 430 बसों को प्रवासी मजदूरों को भेजने में लगाया गया है. इसके अलावा प्रतिदिन 60 अनुबंधित बसों की भी इस कार्य मे अपनी सेवाएं दे रही हैं.
मनोज कुमार,क्षेत्रीय प्रबंधक,परिवहन निगम