सहारनपुर: दिल्ली के शाहीन बाग, लखनऊ और देवबंद समेत कई जगहों पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरना प्रदर्शन हो रहे हैं. पश्चिम उत्तर प्रदेश में सिमी के बाद PFI संगठन भी शक्रिय हो गया है. सहारनपुर मंडल की बात करें तो तीनों जिलों से 26 PFI सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.
फतवों की नगरी देवबंद में चल रहे आंदोलन में फंडिंग की सूचना पर गंभीरता से जांच की जा रही है, जबकि सहारनपुर में 6 PFI के सदस्य होने की सूचना है. इस मामले में उन सबकी जांच की जा रही है. जांच के बाद संदिग्ध पाए जाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के आदेश मंडल के सभी थानों को दे दिए गए हैं.
शामली जिले से 20 और मुजफ्फरनगर में 6 PFI कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, जबकि पांच कार्यकर्ता अभी फरार चल रहे हैं. इनके अलावा और संदिग्धों की जांच की जा रही है. CAA के विरोध में इनकी भूमिका मिलती है तो इसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है. मंडल के सभी जिलों के थानों को PFI सदस्यों को लेकर अलर्ट पर रखा गया है.
धरने प्रदर्शन में फंडिंग की जानकारी
देवबंद में चल रहे मुस्लिम महिलाओं के आंदोलन के सवाल पर डीआईजी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि जनपद सहारनपुर में करीब 6 PFI के कार्यकर्ताओं की जानकारी आई है. फिलहाल उन सबकी जांच की जा रही है क्योंकि अभी तक उनके खिलाफ कोई साक्ष्य नही हैं. बावजूद इसके सभी ऐंगल से उनकी जांच के निर्देश दिए गए हैं.
वहीं आंदोलन में फंडिंग होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि धरने प्रदर्शन में फंडिंग की जो भी जानकारी मिल रही है उन्हें पुलिस मुख्यालय से शेयर की जा रही है. अवैध तरीके से आयी फंडिंग की भी जांच की जा रही है. फंडिंग को लेकर कोई सबूत मिलते हैं तो ऐसे लोगों के खिलाफ भी कानूनी तौर पर कार्रवाई की जाएगी.
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