सहारनपुर: कोरोनावायरस की वजह से लागू हुए लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए भारत सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के पश्चिमी छोर के जनपद सहारनपुर से भी श्रमिक स्पेशल ट्रेन को बिहार के लिए रवाना किया गया है. इस ट्रेन में 1320 प्रवासी मजदूरों को बिहार के विभिन्न जिलों के लिए भेजा गया है. खास बात ये है कि इस ट्रेन का पहला स्टॉप सहारनपुर से चलकर सीधे बिहार के छपरा रेलवे स्टेशन पर रहेगा. किराए की व्यवस्था जिला प्रशासन ने आपदा राहत कोष से की है, जबकि खाने-पीने की सभी व्यवस्थाएं प्रदेश सरकार और रेलवे विभाग की ओर से रहेगी.
इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा. डॉक्टरों की टीम ने भी सभी मजदूरों को मेडिकल परीक्षण करने के बाद ही ट्रेन में बैठने दिया. सभी मजदूरों को मेडिकल प्रमाण पत्र भी दिए गए हैं. वहीं जिलाधिकारी, कमिश्नर और डीआईजी ने सभी श्रमिकों को ताली बजाकर और हाथ हिलाकर रवाना किया. जिले में बिहार के रहने वाले यह मजदूर कई दिनों से राधा स्वामी सत्संग भवन मेजर सेंटर में रुके हुए थे, जिनको शुक्रवार को एक स्पेशल ट्रेन से बिहार के लिए रवाना किया गया है. साथ ही साथ श्रमिकों ने योगी और मोदी की जमकर तारीफ भी की और नीतीश सरकार को जमकर खरी-खोटी सुनाते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए.
पैदल निकल गए थे मजदूर
लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर उन दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ा है जो अपने गांव-शहर से हजारों मील दूर दूसरे राज्यो में जाकर कमा रहे थे. अचानक लॉकडाउन होने से सभी जहां-तहां फंस कर रह गए थे. कारखाने मालिकों ने इनका वेतन रोक लिया था तो वहीं किराया न मिलने पर मकान मालिकों ने घर से बाहर निकालकर सड़क पर खड़ा कर दिया था. परिवार और बच्चों के साथ हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, चंडीगढ़ समेत कई राज्यों से मजदूर पैदल ही पलायन करने को मजबूर हो गए थे.