रामपुरःहिंदी सिनेमा जगत के मशहूर फिल्म अभिनेता रजा मुराद इन दिनों अपने गृह रामपुर आए हुए हैं. पूर्व मंत्री अख्तर अली खान के आवास पर रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए फिल्म अभिनेता रजा मुराद ने लखीमपुर खीरी हिंसा पर अफसोस जाहिर किया. वहीं, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के पुत्र की देरी से गिरफ्तारी को लेकर पुलिस को संविधान और कानून का पाठ पढ़ाया है. उन्होंने कहा कि शाहरुख खान के बेटे आर्यन को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया जबकि आशीष मिश्रा के केस में ऐसा नहीं हुआ, जबकि देश में एक ही कानून है.
रजा मुराद ने लखीमपुर खीरी हिंसा पर कहा, डेमोक्रेसी में प्रजातंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने का हक है, जिसे हम फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन कहते हैं. उन्होंने कोई आंदोलन किया है तो वह गैर कानूनी नहीं है, यह हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है. सरकार किसानों की मांगे नहीं मान रही है, क्या उनकी मजबूरियां है. लेकिन मैं यह कहता हूं कि दुनिया में कोई ऐसी समस्या नहीं है, जिसका समाधान नहीं हो सकता. जब बर्लिन की दीवार गिर सकती है. ईस्ट जर्मनी और वेस्ट जर्मनी एक हो सकते हैं तो दुनिया की हर समस्या का हल निकल सकता है. रजा मुराद ने कहा कि अफसोस की बात यह है कि किसान आंदोलन बहुत लंबा खिंच गया है. अगर टेबल पर बैठकर इसका हल निकाला जा सकता है तो बहुत अच्छी बात है. अगर किसान स्ट्राइक कर रहे हैं और अनाज कम पैदा हो रहा है तो इससे मुल्क का नुकसान है.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा द्वारा किसानों पर प्राणघातक हमले को लेकर पूछे गए सवाल पर रजा मुराद ने कहा, कानून से बुलंद तो कोई नहीं है. कोई भी अगर कानून अपने हाथ में लेता है तो वह गैर कानूनी है. अब उन पर कोई फिलहाल इल्जाम लगा है. इल्जाम लगने और साबित होने में बड़ा फर्क हो जाता है. उन्होंने कहा कि हमारे मुल्क में तरीका है कि मुलजिम पर चार्ज शीट बनती है, वह अदालत में पेश होती है. प्रॉसीक्यूशन का अपना पक्ष रखता है और डिफेंस का अपना. इसके बाद दलीले होती हैं फिर गवाह गवाही देते हैं और उसी के आधार पर जज अपना फैसला सुनाते हैं. रजा मुराद ने कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का कोई हक नहीं है. किसी को भी किसी की भी जान लेने का कोई हक नहीं है.