रामपुरःजनपद केमदरसों के सर्वे को लेकर कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह (Cabinet Minister Dharampal Singh) ने कहा कि मोदी जी और योगी जी चाहते हैं कि मदरसों के बच्चे भी आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर, इंजीनियर बने. उनके एक हाथ में कुरान हो, एक हाथ में लैपटॉप हो. मंत्री ने कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं. वह खुद कान्वेंट स्कूल के पढ़े हुए हैं जबकि उनके बच्चे भी कान्वेंट स्कूल में पढ़ रहे है. वह नहीं चाहते कि मदरसों के गरीब मुस्लिम बच्चे आईएएस और आईपीएस बनें.
बता दें कि सोमवार को कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह, राज्य मंत्री गुलाबो देवी (Minister of State Gulabo Devi) और राज्य मंत्री संजय सिंह (Minister of State Sanjay Singh) रामपुर पहुंचे. सबसे पहले सभी मंत्रियों ने पटवाई के पास मदारपुर गांव का निरीक्षण किया. जहां पर कोसी नदी और रामगंगा नदी की कटान की वजह से गांव नदी के किनारे आ गया है. कई मकान नदी की चपेट में आने से गिर गए हैं. जहां पर नहर विभाग द्वारा बड़ी तेजी से पानी को रोकने के लिए कार्य किया जा रहा है.
कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह बोले, मदरसों के बच्चे भी बनें IAS और IPS
रामपुर में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह (Cabinet Minister Dharampal Singh) ने कहा कि मदरसों का सर्वे बेहतर शिक्षा को लेकर किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इच्छा है कि गरीब मुसलमानों के बच्चे मौलवी ही नहीं आईएएस, आईपीएस, इंजीनियर और डॉक्टर भी बनें.
कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रेस वार्ता कर कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हमारा मंत्री समूह जनपद रामपुर में बाढ़ से प्रभावित गांवों को देखने के लिए उसकी समीक्षा करने के लिए पहुंचा है. मंत्री समूह में मैं, राज्य मंत्री गुलाबो देवी और राज्य मंत्री संजय सिंह रामपुर पहुंचे हैं. मदारपुर गांव का हम लोगों ने स्थलीय निरीक्षण किया जो कोसी नदी और रामगंगा नदी से प्रभावित है. बाढ़ दैवीय आपदा है, इससे निपटने के लिए रामपुर जिला प्रशासन ने अच्छे प्रयास किये हैं. लोगों की मदद की है. वहीं, कैबिनेट मंत्री ने जिलाधिकारी की जमकर प्रशंसा की. मंत्री ने कहा कि जिलाअधिकारी ने अपने लेखपालों को यह आदेश दिया है कि खेत की मेड़ पर जाकर किसानों के मुआवजे का आकलन करें. किसानों की फसलों का जो नुकसान हुआ है उसका पूरा निरीक्षण कर रिपोर्ट पेश करें.
वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मदरसों के सर्वे को लेकर कैबिनेट मंत्री ने कहा मदरसों का सर्वे हम बेहतर शिक्षा को लेकर करा रहे हैं. प्रधानमंत्री जी की इच्छा है कि गरीब मुसलमानों के बच्चे मात्र मौलवी ही न बनें बल्कि वे आईएएस, आईपीएस, इंजीनियर और डॉक्टर भी बनें. उनके एक हाथ में कुरान हो तो एक हाथ में लैपटॉप हो. ऐसी बेहतर शिक्षा के लिए हम सर्वे करा रहे हैं. इसका विरोध करने वाले लोग नहीं चाहते कि मदरसों के बच्चे आईएएस और आईपीएस बनें. मुसलमान प्रधानमंत्री मोदी की तरफ दौड़ रहे हैं. कैबिनेट मंत्री ने कहा 6500 मदरसे ऐसे निकले हैं जिनका पंजीकरण नहीं है. ऐसे मदरसों को हम कौशल विकास से जोड़ेंगे.
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