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रामपुर डीएम की पाठशाला, बच्चों से सुना 14 का पहाड़ा

जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मादड़ ने कई सरकारी स्कूलों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्हें शौचालय में गंदगी मिली. साथ ही कुछ स्कूलों में शिक्षा का स्तर हल्का था. निरीक्षण के दौरान नसरत नगर गांव के प्रधान को डीएम ने सस्पेंड कर दिया.

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जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मादड़

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Published : Oct 15, 2022, 9:57 AM IST

रामपुर: जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मादड़ शुक्रवार को शाहबाद तहसील के नसरत नगर प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षक के रूप में दिखाई दिए. यहां उन्होंने सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाया. वहीं, बच्चों से कुछ हिंदी के सवाल भी पूछे और बच्चों को 14 का पहाड़ा भी सुना दिया. डीएम रविंद्र कुमार मादड़ को निरीक्षण के दौरान स्कूलों में गंदगी मिली. इसे लेकर उन्होंने सफाई सुपरवाइजर के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

सरकारी स्कूलों की साफ सफाई की व्यवस्था और स्कूलों में शौचालय सही है या नहीं इसे लेकर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मादड़ कई दिनों से स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कारवां तहसील शाहबाद में कई स्कूलों का जायजा लिया. सरकारी स्कूलों में किस तरह से बच्चों को शिक्षा दी जा रही है, शिक्षक स्कूल में रोजाना आते हैं या नहीं. बच्चों को मिल रहे मिड-डे मील से लेकर स्कूलों में साफ सफाई की सभी व्यवस्थाओं का उन्होंने जायजा लिया.

जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मादड़ ने बच्चों से सुना 14 का पहाड़ा

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डीएम ने टीचरों से उनकी जिम्मेदारियों के बारे में जाना. वहीं, बच्चों से उन्होंने शिक्षकों के पढ़ाने से सबंधित जानकारी ली. बरहाल कई स्कूलों में व्यवस्था सही मिली. व्यवस्था सही होने पर जिलाधिकारी ने शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देने को कहा. वहीं, कुछ सकूलों में शिक्षा का स्तर हल्का था. बच्चे जिलाधिकारी के सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे थे. इस दौरान जिलाधिकारी ने खुद नसरत नगर के प्राथमिक विद्यालय पाठशाला को अपने हाथों में लिया और बच्चों को पढ़ाना शुरू किया.

कुछ देर तक जिलाधिकारी ने बच्चों को शिक्षा दी. बच्चों से 14 का पहाड़ा सुना. वहीं, हिंदी के कुछ सवाल भी पूछे. इसमें बच्चों ने सही उत्तर दिए. इसके बाद जिलाधिकारी ने नसरत नगर के शौचालय का निरीक्षण किया. जहां पर गंदगी थी. इस शौचालय की टॉयलेट सीट टूटी हुई थी. इसमें पानी की व्यवस्था भी नहीं थी. इस पर जिलाधिकारी ने प्रधान की जमकर फटकार लगाई. साथ ही साथ जिलाधिकारी ने 1 साल में जितने भी सचिव गांव में रहे उन सभी को सस्पेंड कर दिया. जिलाधिकारी ने अगले तीन महीने का वेतन कट करने के आदेश दिए हैं. उन्होंने निरीक्षण के दौरान नसरत नगर गांव के प्रधान को भी सस्पेंड कर दिया. जिलाधिकारी ने साफ तौर पर शिक्षकों को दिशा निर्देश दिए हैं कि जो भी काम में अपनी लापरवाही बरतेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.

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