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सावधान! चाइनीज मांझा बेचने वालों पर लगेगा रासुका

रक्षाबंधन के त्योहार में पतंग बाजी का पुराना चलन है. लोग बड़ी संख्या में पतंग उड़ाते हैं, लेकिन पतंग की डोर में प्रयोग होने वाले चाइनीज मांझे के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने इस पर कड़ाई से रोक लगा दी है. रामपुर में चाइनीज मांझा बेचने वाले दुकानदारों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून और गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी.

चाइनीज मांझा बेचने वालों पर लगेगा रासुका
चाइनीज मांझा बेचने वालों पर लगेगा रासुका

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Published : Aug 20, 2021, 10:45 PM IST

रामपुरःजिले मेंचाइनीज मांझे पर रोक लगाने को लेकर जिला प्रशासन जगह-जगह दबिश देकर दे रही है. चाइनीज मांझे से अब तक रामपुर में कई लोगों की मौत हो चुकी है. अभी कुछ दिन पहले ही एक 6 साल की मासूम बच्ची की चाइनीज मांझे से गर्दन कटने से मौत हो गई थी. इसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और उन्होंने चाइनीज माझा बेचने वालों के खिलाफ रासुका और गैंगस्टर तक की कार्रवाई का जनता को भरोसा दिलाया.

इसी को लेकर जिला कलेक्ट्रेट में मांझा व्यापारियों के साथ एडीएम ने मीटिंग की. जिसमें साफ तौर से एडीएम ने चेतावनी दी कि अगर कोई चाइनीज माजा बेचते हुए पाया गया उसके खिलाफ गैंगस्टर और रासुका की कार्रवाई की जायेगी.

रामपुर प्रशासन का व्यापारियों के साथ बैठक

जनपद रामपुर में पतंग के शौकीन काफी लोग हैं, लेकिन जब से बाजार में चाइनीज मांझा आया है तब से यह शौक बहुत ही घातक हो गया है. चाइनीज मांझा हिंदुस्तान में प्रतिबंधित है उसके बावजूद भी उसकी बिक्री हो रही है. रामपुर में भी धड़ल्ले से बिक रहा है इसी को लेकर आज एडीएम जेपी गुप्ता और अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संसार सिंह ने मांझा व्यापारियों के संग एक बैठक की, जिसमें उन्होंने सभी को चेतावनी दी है कि कोई भी प्रतिबंधित चाइनीज मांझा नहीं बेचेगा.


इस मामले पर अपर जिलाधिकारी जेपी गुप्ता ने कहा पहले भी जिला प्रशासन कार्रवाई कर चुका है. चाइनीज मांझा जो कि प्रतिबंधित है हमने दोबारा फिर मांझा व्यापारियों को बुलाया है और उनसे कहा है कि चाइनीज मांझे की बिक्री करते हुए या किसी तरह से उसका रोल अगर पाया जाता है तो उसके खिलाफ रासुका और गैंगस्टर जैसी कार्रवाई की जाएगी.

बेहद खतरनाक है चाइनीज मांझा

चाइनीज मांझा काफी धारदार होता है और खास बात ये है कि यह इलेक्ट्रिक कंडक्टर होता है, ऐसे में इससे करंट आने का खतरा रहता है. साथ ही यह आसानी से टूटता नहीं है. यह किसी के भी गले में फंस जाता है. इससे ज्यादा खतरा दुपहिया वाहनों के चालकों को होती है, क्योंकि कटी पतंग की डोर उनके गले में फंसने का डर रहता है.

इससे एक्सीडेंट की घटनाएं होती है या फिर मांझे से भी वो घायल हो जाते हैं. जबकि सामान्य मांझा हल्के से झटके बाद टूट जाता है. ऐसे में इसे काफी खतरनाक माना जाता है और हर साल इस मांझे से घायल होने के कई केस सामने आते हैं. साथ ही इससे बिजली अवरोध का खतरा भी रहता है.

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