रामपुरः कर्नाटक के बाद रामपुर में बुर्के को लेकर विवाद सामने आया है. यहां बुर्के वाली महिलाओं को स्टेडियम में प्रवेश से रोका गया. इसे लेकर खेल अधिकारी की महिला के साथ आए लोगों से तीखी बहस हुई. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. हालांकि बाद में खेल अधिकारी ने ऐसा करने की वजह नियमों को बताया. कहा कि उन्होंने तो सिर्फ निर्देशों का पालन किया है.
बवनपुरी स्थित शहीद-ए-आजम स्पोर्ट्स स्टेडियम में सना नाम की महिला मां एवं बहन के साथ 4 साल की बेटी का स्विमिंग में दाखिला कराने पहुंचीं थीं. आरोप है कि तीनों महिलाएं किसी कारणवश ट्रैक पर पहुंच गईं. यह देखकर जिला खेल अधिकारी नवीन कुमार ने आपत्ति जताई. स्टेडियम में प्रवेश को लेकर दोनों पक्षों में विवाद होने लगा. खेल अधिकारी नवीन कुमार ने नियम और शासन की मंशा का हवाला देते हुए कहा कि बुर्के वाली महिलाएं ट्रैक पर नहीं आ सकती हैं. इस पर पाबंदी है. इस पर महिला के पक्ष के कुछ लोग और आ गए और उनका विवाद होने लगा. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया.
स्टेडियम में बुर्कानशीन महिला को प्रवेश से रोका गया. महिला सना राशिद का कहना है कि वह 5 जून को अभिभावक के तौर पर अपनी बच्ची को लेकर स्टेडियम पहुंची थीं उनके साथ उनकी मां एवं बहन भी थी जो बुर्का पहने थीं. वह वहां पर किसी खेल में भाग लेने नहीं बल्कि अपनी बच्ची का स्वीमिंग में दाखिला कराने पहुंचीं थीं. इस बीच जिला खेल अधिकारी ने उनके साथ अभद्रता करते हुए बुर्के को लेकर टोका-टाकी की. बच्ची का एडमिशन निरस्त कर दिया. कहा गया कि आप बुर्के में नहीं आएंगीं. कहा गया कि स्टेडियम के बाहर बोर्ड लगा है. जब मैंने पूछा दिखाइए कहां बोर्ड लगा है तो वह बेरुखी वाले लहजे में बात करने लगे.
इस मामले को लेकर जिला खेल अधिकारी नवीन कुमार का कहना है कि परसो कुछ महिलाएं आई थी. स्टेडियम के ग्राउंड में टहलना चाह रही थीं और बुर्के में थीं. इस संबंध में काफी बहस की और नेता को बुला लिया. वे विवाद करने लगे. बताना चाहूंगा की स्पोर्ट्स स्टेडियम में जो भी खेलने के लिए या अभ्यास करने के लिए आते हैं वह प्रॉपर ड्रेस और स्पोर्ट्स किट में ही आते हैं, ऐसे निर्देश ऊपर से भी हैं. महिलाएं बुर्के में थीं इसलिए मना किया था, कहा था कि आप बगल वाले लॉन में टहल लीजिए. मुख्य ट्रैक पर लड़के दौड़ रहे थे इसलिए मना किया था. इसके बाद भी वह नहीं मानीं और जबर्दस्ती करने लगीं. उन्हें रोका था बस और कोई बात नहीं थी.
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