चुनाव प्रचार के दौरान अब्दुल्ला आजम खान रामपुरःनगर निकाय चुनाव को लेकर सभी दलों ने अपनी कमर कस ली है. जगह-जगह चुनाव प्रचार और एक दूसरे पर जुबानी जंग जारी है. इसी कड़ी में गुरुवार को समाजवादी पार्टी की नगर पालिका अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के लिए सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान के बेटे और पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम खान ने दो जनसभाएं की. पूर्व विधायक ने इस दौरान सपा प्रत्याशी के लिए वोट की अपील की. साथ ही भारतीय जनता पार्टी पर जनकर निशाना साधा. उन्होंने रामपुर सीट से उपचुनाव जीतने वाले भाजपा विधायक पर आकाश सक्सेना पर भी तंज कसा. जहां से कभी सपा के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान विधायक हुआ करते थे. अब्दुल्ला आजम खान ने बगैर नाम लिए भाजपा विधायक को संविदा का विधायक बताया.
बता दें कि अब्दुल्ला आजम खान ने गुरुवार को पहली जनसभा नगर पालिका मिलक के खाता नगरिया गांव में की. यहां उन्होंने अध्यक्ष पद की प्रत्याशी केतकी गंगवार के लिए वोट मांगा. वहीं, दूसरी जनसभा उन्होंने बिलासपुर नगर पालिका के शीरी मियां के मोहल्ले में की, जहां उन्होंने बिलासपुर के मुहम्मद हसन के लिए समर्थन मांगा.
सभा को संबोंधित करते हुए अब्दुल्ला आजम खान ने कहा, 'मुझे इस बात का फक्र है कि मैं सच कहता हूं. भले ही एमपी एमएलए कोई भी हो जाए हर 5 साल में एमपी एमएलए आते हैं और चले जाते हैं, जिस भरोसे से जनता ने हमें नवाजा है. वह भरोसा किसी एमपी एमएलए के पास नहीं है. मैं जब से पैदा हुआ हूं तब से एमपी एमएलए देख रहा हूं. मैंने अपने पिता के कलम से एमपी एमएलए निकलते हुए देखें हैं. मुझे कोई शौक नहीं है एमपी एमएलए बनने का, जिस विधानसभा से मैं जीत कर आया था. उस विधानसभा का अगर एक शख्स यह आरोप लगा दे कि अब्दुल्ला ने 1 रुपये का कमीशन या किसी गल्ले की दुकान पैसे बांधे हों. अगर कोई भी इस तरह आरोप लगा दे तो मैं उस बस्ती की तरफ अपनी शक्ल नहीं दिखाऊंगा.'
रामपुर शहर से बीजेपी विधायक पर चुटकी लेते हुए अब्दुल्ला आजम ने चुटकी लेते हुए कहा, 'हमारे रामपुर से भी एक संविदा के विधायक हैं. जो पुलिस के डंडे से तीन-चार साल की संविदा पर यहां आए हैं. उन्होंने अपनी जीत के अगले दिन खुद ही कह दिया कि 'मैं कैसे जीता हूं, यह मुझे भी मालूम है' क्योंकि उस से 1 साल पहले वो जेल में लेटे हुए एक शख्स से करीबन 60,000 वोटों से हारे थे.'
पूर्व विधायक अब्दुल्ला ने सपा वरिष्ठ नेता और अपने पिता आजम खान को लेकर कहा, 'आजम खान साहब को खुद आना था. लेकिन, पिछले 6 महीने में उनके 4 ऑपरेशन हो चुके हैं. इसलिए उन्होंने मुझे अपना पैगाम लेकर भेजा है. अगर आप लोगों के दिल में उनके लिए जो इज्जत और मोहब्बत कायम है, तो अपना एक- एक वोट सपा प्रत्याशी को देकर उन्हें विजयी बनाएं.'
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