रामपुर : प्रदेश में एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर लगातार बिगड़ रहा है. इसी को लेकर प्रदेश सरकार ने पराली जलाने पर रोक लगाई है. इसके बावजूद सेटेलाइट से आई तस्वीरों में रामपुर के करीब 135 जगहों पर पराली जलाई गयी. जिला प्रशासन ने ऐसे 60 मामलों में एफआईआर दर्ज करायी है. इसके साथ ही कूड़ा जलाने के आरोप में डीएम ने नगरपालिका पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.
पराली जलाने पर सख्त प्रशासन पराली जलाने के मामले में दूसरे नंबर पर रामपुर
प्रदेश में पराली जलाने के मामले में रामपुर दूसरे नंबर पर आया है. लेकिन डीएम के मुताबिक ताजा रिपोर्ट में पहले की अपेक्षा अब मामले कम हुए हैं. सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के मुताबिक सेटेलाइट से जो तस्वीरें सामने आती हैं, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाती है. अगर अभी की बात करें तो करीब 135 मामले सामने आये हैं. लेकिन जिला प्रशासन के वैरिफिकेशन में करीब 60 मामले ही पाए जा रहे हैं. इसमें पराली जलाने के साथ-साथ कूड़ा जलाने के मामले भी हैं.
रोक के बाद भी लोग जला रहे पराली डीएम के मुताबिक पराली और कूड़ा जलाने पर काफी सख्ती बरती जा रही है. इसी को लेकर नगरपालिका पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है, साथ ही ऐसे जगहों पर भी कार्रवाई की जा रही है जो शहर से दूर हैं. गांव-गांव बैठककर लोगों को पराली और कूड़ा जलाने से हवा में फैलने वाले प्रदूषण के बारे में जानकारी भी दी जा रही है. इसका असर भी होता दिखाई दे रहा है. पहले की अपेक्षा पराली और कूड़ा जलाने के मामले अब कम आ रहे हैं. रामपुर में हर जगह डंपिंग यार्ड लगाये गये हैं, ताकि लोग अपना कूड़ा वहीं पर फेंके. जिससे उसका नेचुरल डिग्रेशन हो जाए.