रामपुर: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी अपने दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को रामपुर पहुंचे. यहां उन्होंने वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण किया. मुख्तार अब्बास नकवी चमरौआ के सरकारी अस्पताल पहुंचे, जहां पर वैक्सीनेशन का कार्यक्रम चल रहा था. उन्होंने वहां की व्यवस्थाएं देखी और डॉक्टरों से बातचीत की. उसके बाद नकवी ने अधिकारियों संग कोरोना महामारी पर चर्चा की.
वैक्सीनेशन को लेकर भ्रम न फैलाएं
कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने करोना वैक्सीन पर कहां कि वैक्सीन और वैक्सीनेशन को लेकर जो लोग भय और भ्रम का माहौल खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं, वे लोगों की सेहत और सलामती के दुश्मन तो है ही, वे देश के भी दुश्मन हैं. उन्होंने कहा कि आज भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन कार्यक्रम हो रहा है. यह वैक्सीन ही करोना के खात्मे की गारंटी है. जिस वक्त देश में कोरोना की लहर आई थी, उस वक्त हमारे पास सुविधाएं और संसाधन बिलकुल जीरो था. ऑक्सीजन की एक बहुत बड़ी मांग हुई. मेडिकल ऑक्सीजन 900 मेट्रिक टन बनती थी. आज एक महीने के अंदर 9 हजार मैट्रिक टन ऑक्सीजन बन रही है.
नकवी ने कहा कि कोविड काल में वेंटिलेटर नहीं थे. बेड नहीं थे. तमाम दिक्कतें थी. यह कोई एक साल की नहीं थी, यह 70 सालों की समस्याएं और 70 सालों की नाकामी थी. आज समाज ने और सरकार ने कोरोना से जंग में विजय हासिल की है.
पंजाब में वैक्सीन का दुरुपयोग
मीडिया के एक सवाल पर कि पंजाब में जो सरकारी वैक्सीन है वह प्राइवेट हॉस्पिटल में 400 से लेकर 1000 रुपये तक लगाई जा रही है. इस पर कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि 'जो सियासत के सूरमा है, कांग्रेस पार्टी के राहुल बाबा या और जो लोग भी हैं अभी राजस्थान में वैक्सीन को जमीनों में गाड़ दिया गया, फेंक दिया गया. कूड़ेदान में डाल दिया गया.' उन्होंने कहा कि 'पंजाब में वैक्सीन का दुरुपयोग हो रहा है. पूरे देश से, पूरी दुनिया से और मोदी जी से हर दिन सवाल पूछते हैं. समय निकालकर अपने राज्य के मुख्यमंत्री से भी सवाल पूछ लिया करो कि वैक्सीन कहां गई? उन्होंने कहा कि पंजाब की जनता ने सिद्धू साहब को जिम्मेदारी दी है और इस संकट की घड़ी में वे अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं. यह अपराध है और एक बहुत बड़ा गुनाह भी है.'