रामपुर:योगी सरकार जिस तरह से गोवंश और आवारा पशुओं के लिए गौशालाएं बनाने का दावा कर रही है, वहीं रामपुर में इस दावे की पोल खोलते यह आवारा पशु खुलेआम सड़कों पर घूम रहे हैं. आवारा पशुओं की वजह से कई हादसे हो चुके और किसानों की फसलें भी बर्बाद हो रही हैं. रामपुर डीएम ने उपजिलाधिकारी को जांच के आदेश दिए हैं.
जनपद रामपुर की तहसील मिलक क्षेत्र में गोवंश व आवारा पशुओं के आतंक से किसान परेशान हैं. ये आवारा पशु किसानों की फसलें बर्बाद करने के साथ सड़क से गुजरने वाले राहगीरों के जीवन के लिए भी खतरा पैदा कर रहे हैं. मिलक में 20 से 40 की तादाद में आवारा पशुओं की झुंड आता है. उसमें सांड भी होते हैं और ये खेत में घुस जाते हैं. ये आवारा पशु पूरी की पूरी फसलें बर्बाद कर देते हैं. कई बार किसानों ने इसकी शिकायत आला अधिकारियों से भी की, लेकिन उनकी शिकायत पर अभी तक सुनवाई नहीं हुई.
इस संबंध में धर्मपुरा के ग्राम प्रधान जाकिर अली ने बताया कि सबसे ज्यादा जानवरों से परेशानी आ रही है. खेत में लाई उगा रखी है. सभी लाई जानवरों ने नष्ट कर दी है. बहुत बड़ी दिक्कत हो रही है. आवारा पशुओं की हम कब तक रखवाली करें. कम से कम 5-5 किलोमीटर पर गौशाला बन जाएं, जहां इनका इंतजाम हो सके. सैकड़ों की तादाद में जानवरों की झुंड चलता है. ये जिधर भी जाते हैं उधर की फसलें नष्ट कर देते हैं.
मैं छोटा सा किसान हूं. किसान होने के नाते मेरा सरकार से एक छोटा सा अनुरोध है. इन आवारा पशुओं जो जंगल-जंगल छोड़ रखे हैं, उन्हें चिह्नित करके गौशालाओं में रखा जाए. अभी मेरे गांव का एक बच्चा जानवर के कारण एक्सीडेंट होने से मर गया. गन्ने की खेत में 20 से 40 पशु घुस जाते हैं और फसल को बर्बाद कर देते हैं. विरोध करने पर वे किसान पर हमला कर देते हैं. सरकार इस बारे में सोचना चाहिए.