उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

अब्दुल्ला आजम ने गांधी समाधि पर किया विरोध प्रदर्शन

रामपुर में सपा नेता और नगर विधायक मोहम्मद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने हाथों में तख्तियां लिए धरना प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि आज राजनैतिक पार्टियों को इतना भी अधिकार नहीं है कि वह अपने लोगों के लिए खड़ी हो सकें.

etv bharat
अब्दुल्लाह आजम खान

By

Published : Aug 28, 2022, 6:47 PM IST

रामपुर:समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) के वरिष्ठ नेता और नगर विधायक मोहम्मद आजम खान (Mohd Azam Khan)के खिलाफ पिछले दिनों गवाहों को धमकाने के आरोप में दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए. कहा जा रहा है कि समाजवादी पार्टी ने जिला प्रशासन से अंबेडकर पार्क में 27 अगस्त से धरना प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी थी लेकिन जिला प्रशासन ने न केवल अनुमति देने से इंकार कर दिया बल्कि धारा 144 भी लगा दी. इसका विरोध करने के लिए रामपुर की स्वार विधानसभा क्षेत्र से विधायक और आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने विधानसभा चमरोआ के विधायक नसीर अहमद खान, जिला अध्यक्ष समाजवादी पार्टी वीरेंद्र गोयल और लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी आसिम राजा के साथ हाथों में तख्तियां लिए धरना प्रदर्शन किया.

तेज धूप और गर्मी में तख्तियां हाथ में लिए खड़े अब्दुल्लाह आजम खान(Abdullah Azam Khan) ने कहा कि "जम्हूरियत और उसका निजाम बाकी है तो अपनी आवाज को उसी दायरे में उठाने के लिए आज यहां खड़े हुए हैं. धारा 144 की निंदा करते है. रामपुर के लोगों के साथ जुल्म हो रहा है, मुकदमे लिखे जा रहे हैं. पुलिस जिला बदर कर रही है, बेगुनाह लोगों पर गुंडा एक्ट लगा रही है. बिजली विभाग और पुलिस चेकिंग के नाम पर लूट मची है. इन सबका सपा विरोध करती है. इसी के चलते सपा ने एक हफ्ते के धरने की परमिशन मांगी थी लेकिन धारा 144 लगा दी गई.

जानकारी देते हुए अब्दुल्लाह आजम खान

यह भी पढ़ें- रामपुर ब्लॉक प्रमुख नीलम सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव हुआ पारित , विपक्ष में 52 वोट पड़े

अब्दुल्लाह आजम खान ने कहा तो क्या राजनीतिक पार्टियां इतना भी अधिकार नहीं रखती कि वह अपने लोगों की आवाज उठा सके. आजम खान के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमों के बारे में पूछने पर अब्दुल्लाह आजम खान ने कहा की रामपुर में मुकदमा एक तमाशा है. रामपुर में मुकदमा भैंस चोरी, बकरी चोरी और मुर्गी चोरी किसी में भी लिखा जा सकता है. उन्होंने आशंका जताई कि आज जिस तरह शांतिपूर्वक रूप से हम लोग अलग-अलग खड़े हैं उस पर भी मुकदमा लिखा जा सकता है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details