रामपुर:उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले की नगर पालिका आजकल सुर्खियों में है. अभी सड़क सफाई करने वाली करोड़ों की मशीनों का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि नगर पालिका का एक और सनसनीखेज मामला उजागार हुआ है, जिसमें नगर पालिका के 2 कर्मचारी सरकारी दस्तावेजों के रजिस्टर को अपने घर की छत के ऊपर जला रहे थे. इन गिरफ्तार कर्मचारियों के नाम अखलाक अहमद है जो क्लर्क है और दूसरे का नाम जुनैद जोकि चपरासी है. इन दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और इनसे कोतवाली में पूछताछ चल रही है. अधिशासी अधिकारी इंदु शेखर मिश्रा की ओर से नगर पालिका चेयरमैन फातमा जबी सहित 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है.
सूचना मिलते ही नगर पालिका चेयरमैन फातमा जबी जिलाधिकारी आवास पहुंची, लेकिन डीएम ने उनसे मुलाकात नहीं की. इस दौरान पुलिस की नगर पालिका कर्मचारियों से नोकझोंक हुई तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें तितर-बितर किया.
इस मामले पर नगर पालिका चेयरमैन फातमा जबी ने बताया रजिस्टर जलाने का मामला सब झूठ है. पुलिस नगर पालिका आई थी हमने अपने ईओ के साथ अखलाक अहमद को भेजा कि जाइए आप इनका सहयोग कीजिए लेकिन काफी देर तक वापस नहीं आए तब हमें चिंता हुई पता चला कि थाने में उसे मारा जा रहा है और उससे कुबूल कराया जा रहा है कि तूने रजिस्टर जलाए हैं. हमारे खिलाफ या नगर पालिका के खिलाफ या अजहर अहमद खां के खिलाफ कुछ उस कर्मचारी से लिखवाया जा रहा है. फात्मा जबी ने कहा अखलाक की मां बीमार है उसके बीवी-बच्चे रो रहे हैं. इतना जुल्म बर्दाश्त की इंतहा हो गई है. मर-मर के जी रहे हैं क्या करूं यही पर आत्महत्या कर लूं. कभी भाइयों को बचाती हूं कभी पति को बचाती हूं कभी कर्मचारी को बचाती हूं. पुलिस हमें नहीं छोड़ रही है.