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रामपुर मदरसे से असम और मेघालय के 163 छात्र अपने राज्य हुए रवाना, प्रशासन ने की मदद - lockdown

यूपी के रामपुर जिले में स्थित टांडा के मदरसे में लॉकडाउन के चलते असम और मेघालय के 163 मदरसा छात्र फंस गए थे. जिला प्रशासन ने इन सभी छात्रों का मेडिकल टेस्ट करा कर इनकों इनके गृह राज्य भेज दिया. छात्रों ने कुछ दिन पहले जिला प्रशासन से मांग की थी कि इन्हें इनके गृह राज्य भेज दिया जाए.

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अपने गृह राज्य जाते मदरसा छात्र.

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Published : May 15, 2020, 1:44 PM IST

रामपुरः जिले के टांडा में एक मदरसे में पढ़ रहे 163 मदरसा छात्रों को उनके मूल राज्य भेजा गया. दरअसल लॉकडाउन के चलते यह सभी छात्र मदरसे में रह रहे थे. कुछ दिनों पहले इन छात्रों ने अपने गृह जनपद जाने के लिए जिला अधिकारी से अनुमति मांगी थी. इस पर जिलाधिकारी ने मदरसा छात्रों को अनुमति प्रदान की. साथ ही प्रशासन द्वारा उनके जाने की व्यवस्था भी की गई.

जानकारी देते ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कुमार गौरव.

इन छात्रों में 138 छात्र असम से और 25 छात्र मेघालय से ताल्लुक रखते हैं. प्रशासन द्वारा इनका मेडिकल परीक्षण कर सबको सर्टिफिकेट जारी किया गया. साथ ही प्राइवेट बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए, और सैनिटाइजर, मास्क का प्रबंध करते हुए सब को रवाना किया गया.

मदरसा छात्र अकबर अली ने बताया कि उन्हें घर जाने की बहुत खुशी है. प्रशासन ने बहुत सारी मदद की है. उन्होंने बताया उन्हें यहां आए हुए 2 साल हो गए. अकबर अली रामपुर के टांडा में एक मदरसे दारुल उलूम में पढ़ाई कर रहा थे. अकबर अली ने बताया कि वह 9 महीने बाद घर जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि प्रशासन बहुत सारी सुविधाएं दी साथ ही मेडिकल टेस्ट करा कर घर भेज रही है.

वहीं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कुमार गौरव ने बताया लॉकडाउन के कारण रामपुर के टांडा में मदरसे के छात्र फंस गए थे. इन छात्रों ने अपने गृह राज्य जाने की इच्छा जताई थी. इनमें लगभग 138 छात्र असम के और 25 मेघालय के हैं. कुमार गौरव ने बताया कि सबका मेडिकल टेस्ट कराकर प्राइवेट बसों के माध्यम से इन्हें भेजा जा रहा है.

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इनके चिकित्सा परीक्षण कराए जा चुके हैं. बकायदा सर्टिफिकेट दे दिए गए हैं. सब स्वस्थ हैं और जिला अधिकारी के अनुमोदन के उपरांत अब इन्हें भेजा जा रहा है. प्राइवेट बस से इन्हें रवाना किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. 50% कैपेसिटी में भेजा जा रहा है. मास्क सैनिटाइजर इन सारी व्यवस्थाओं को करके इनके मूल राज्य वापस भेजा जा रहा है.

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