रायबरेली: उत्तराखंड के चमोली में रविवार को ग्लेशियर टूटने से आए जल प्रलय के कारण ऋषिगंगा प्रोजेक्ट में काम कर रहे सैकड़ों मजदूर लापता हो गए हैं, जिनकी तलाश में आईटीबीपी से लेकर एनडीआरएफ व एसडीआएफ की कई टीमें लगी हुई हैं. कुछ लोगों को टनल से सुरक्षित निकाल भी लिया गया है. वहीं कई अभी भी लापता हैं.
रायबरेली के दो सगे भाई अनिल और नरेंद्र लापता हैं. इसी प्रोजेक्ट में काम करने गए रायबरेली के दो सगे भाई भी लापता हैं, जिसकी सूचना उनके परिजनों द्वारा पुलिस को दी गई और बताया गया कि आखिरी बार उनसे रविवार को सुबह बात हुई थी. उसके बाद से उनसे बात नहीं हो पा रही है, जिसको लेकर परिवार में कोहराम मचा है.
जानकारी के अनुसार रायबरेली के हरचंदपुर थाना क्षेत्र के शोभवापुर बसंतखेड़ा गांव निवासी स्वर्गीय करतार सिंह के दो पुत्र अनिल कुमार सिंह व नरेंद्र बहादुर सिंह उत्तराखंड में ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट में काम करने के लिए यहां से गए थे. रविवार को ग्लेशियर टूटने के बाद से ऋषिगंगा नदी में अचानक से बाढ़ आ गई. वहां प्रोजेक्ट पर काम कर रहे सैकड़ों मजदूर लापता हो गए हैं.
नरेंद्र व अनिल के भाई व परिजनों ने भी जब ये समाचार सुना तो उन्होंने नरेंद्र व अनिल के मोबाइल पर फोन किया, लेकिन फोन नहीं मिला. सोमवार को परिजनों ने हरचंदपुर थाने में मामले की सूचना पुलिस को दी. दोनों लापता युवक परियोजना में ऑपरेटर के पद पर कार्य करते थे. लापता के भाई बजरंग बहादुर सिंह ने बताया कि दोनों से रविवार को सुबह नौ बजे बात हुई थी. दोनों काम पर जाने की बात कह रहे थे. उसके बाद से उनसे बात नहीं हो पा रही है.