रायबरेली:लंबे इंतजार के बाद रायबरेली में सूबे का पहला ड्राइवर ट्रेनिंग एंड रिसर्च सेंटर (आईडीटीआर) बनकर तैयार हो रहा है. इसी साल संस्थान के औपचारिक शुभारंभ की भी तैयारियां चल रही है. कयास लगाए जा रहे हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इसका लोकार्पण किया जाएगा.
मामले की जानकारी देते संवाददाता आईडीटीआर सेंटर जल्द होगा शुरू
यूपीए शासन काल के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी रायबरेली से सांसद चुनी गईं. संसदीय क्षेत्र को दी जाने वाली तमाम सौगातों में से एक इंस्टिट्यूट ऑफ ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर एंड रिसर्च सेंटर (आईडीटीआर) भी शामिल था. हालांकि केंद्र में कांग्रेस की सरकार जाने के बाद से प्रोजेक्ट खटाई में पड़ता दिख रहा था. बहरहाल अब निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है और दावा किया जा रहा है कि इसी वर्ष इसकी शुरुआत भी की जा सकेगी.
प्रदेश का पहला आईडीटीआर सेंटर
ड्राइवर ट्रेनिंग एंड रिसर्च सेंटर के रूप में पूरे देश में पुणे के बाद यह दूसरा ऐसा संस्थान होगा, जहां प्रोफेशनल ड्राइविंग के साथ सड़क हादसों समेत अन्य रोड स्किल्स पर जुड़े तकनीकी पहलुओं पर अनुसंधान के भी अवसर सुलभ होंगे. संस्थान में करीब 80 स्टूडेंट्स के रहने के लिए भी उपयुक्त रेजिडेंशियल विंग का निर्माण भी पूरा होने के कगार पर है.
परियोजना के संबंध में जानकारी -
परियोजना का नाम - आईडीटीआर, रायबरेली
परियोजना की लागत - 1994.78 लाख
कार्य प्रारंभ की तिथि - 07.05.2015
कार्य पूर्ण करने की तिथि - फरवरी 2019
कार्यदायी संस्था - यूपी सिडको
जल्द होगी प्रोजेक्ट की शुरुआत
आईडीटीआर के निर्माण की जिम्मेदारी पाने वाले फर्म से जुड़े जितेंद्र श्रीवास्तव कहते है कि अकादमिक ब्लॉक के अलावा हॉस्टल समेत वर्कशॉप व पानी की टंकी का निर्माण पूरा हो गया है. फाइनल काम मार्च तक किया जा सकेगा. रोड निर्माण में कुछ माह और लग सकते हैं. फंड के रिलीज में देरी होने के कारण करीब 2 साल देरी से प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी पर अब बनकर लगभग तैयार है.
ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर खुलने से युवाओं को मिलेगा लाभ
रायबरेली के एआरटीओ संदीप कुमार जायसवाल ने बताया कि उम्मीद है जल्द ही तकनीकी रूप से दक्ष व सक्षम ड्राइवरों की पौध इस संस्थान से पारंगत होकर निकलेगी. ड्राइवर ट्रेनिंग स्कूल के रूप में इस संस्थान के खुलने से रायबरेली समेत आस पास के कई जनपदों के युवाओं को इसको बेहतर लाभ मिलेगा. साथ इस फील्ड से जुड़े विषयों पर अनुसंधान करने वाले शोध छात्रों के लिए यह संस्थान मुफीद अवसर लेकर आएगा.