रायबरेली:आदित्य सिंह हत्याकांड के मामले में जेल में निरुद्ध सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आरपी यादव से मिलने सपा प्रतिनिधिमंडल जिला कारागार पहुंचा. सपा नेता की गिरफ्तारी के बाद से ही सपा कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त था. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर 6 सदस्यीय टीम रायबरेली के प्रकरण के लिए गठित की गई थी.
सपा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ की जमकर नारेबाजी
सपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल दल के रायबरेली आने की सूचना पर सैकड़ों की संख्या में सपा कार्यकर्ता जिला कारागार के नजदीक एकत्रित हो गए थे. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर सरकार विरोधी नारेबाजी की. राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने 6 सदस्य टीम का गठन किया था, जिसमें रायबरेली के सपा विधायक मनोज पांडे, विधायक उज्जवल रमण सिंह, विधायक जगदीश सोनकर समेत कई लोगों को भी शामिल किया गया था.
आदित्य सिंह हत्याकांड के मामले को लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने की नारेबाजी. कार्यकर्ताओं ने की मैजिस्ट्रियल जांच की मांग
जेल में बंद पूर्व जिलाध्यक्ष और सदर से विधानसभा प्रत्याशी रहे आरपी यादव से मिलने के बाद सपा विधायकों ने सरकार पर भेदभाव पूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया. वहीं पूरे हत्याकांड की मैजिस्ट्रियल जांच की मांग भी की. सपा नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी भरे लहजे में स्पष्ट किया कि किसी भी हालत में सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें- प्रदेश में नहीं रुक रही मिलावट खोरी: साहब सिंह सैनी
पुलिस कर रही हत्याकांड के नाम पर बेगुनाहों का शोषण
प्रतिनिधिमंडल दल में शामिल विधायक नरेंद्र वर्मा ने बताया कि स्थानीय पुलिस हत्याकांड के नाम पर बेगुनाहों का शोषण कर रही है. 16 लोगों को एक हत्याकांड के आरोप में अब तक पुलिस जेल भेज चुकी है. पुलिस के खुलासा में कई अहम बिंदुओं को जानबूझकर नकारा है. वहीं पक्षपातपूर्ण रवैये से पुलिस पीड़ित परिवार वालों के ऊपर भी बर्बरतापूर्ण कार्रवाई कर रही है. कार्यकर्ताओं ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए मैजिस्ट्रियल इंक्वायरी की मांग की है.