रायबरेली:देशभर में मकर संक्रांति को लेकर कई तरह के कार्यक्रम हर वर्ष आयोजित किए जाते हैं. देश के अलग-अलग प्रांतों में विभिन्न तरीकों से इस उत्सव को मनाया जाता है. इसी क्रम में रायबरेली के प्रख्यात पशु सेवी और पर्यावरण विद श्याम साधु ने मकर सक्रांति पर विशेष तरह के 'खिचड़ी भोज' के आयोजन का महत्व बताया. साथ ही कहा कि इस दिन 'दान' का विशेष महत्व होता है.
मकर सक्रांति पर पशुओं को कराएं 'खिचड़ी भोज': श्याम साधु - makar sankranti 2020
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में बड़े ही धूम-धाम से मकर सक्रांति का त्योहार मनाया जा रहा है. प्रख्यात पशु सेवी और पर्यावरण विद श्याम साधु ने मकर सक्रांति पर विशेष 'खिचड़ी भोज' के आयोजन किए जाने की बात कही है. इसके साथ ही उन्होंने इस दिन 'दान' का विशेष महत्व बताते हुए दान करने को कहा है.
पशु सेवी श्याम साधु ने बताई मकर सक्रांति की महत्ता
खास बातें
- रायबरेली में बड़े ही धूम-धाम से मकर सक्रांति का त्योहार मनाया जा रहा है.
- भारत के अलग-अलग प्रांतों में विभिन्न तरीकों से इस उत्सव को मनाया जाता है.
- प्रख्यात पशु सेवी श्याम साधु ने 'खिचड़ी भोज' को विशेष आयोजन कहा है.
- इसके साथ ही उन्होंने इस दिन 'दान' का विशेष महत्व बताते हुए दान करने को कहा.
सनातन धर्म में मकर सक्रांति बेहद महत्वपूर्ण पर्व है. दिन की शुरुआत में चिड़ियों को चावल के दाने चुगने के लिए देने चाहिए. फिर प्रयास कर गोवंश और पशुओं को खिचड़ी भोज कराना चाहिए. पशु भोज के बाद मैत्री खिचड़ी भोज का आयोजन भी करना चाहिए. दान हमेशा सुपात्र को देना चाहिए. 'सुपात्र' का अर्थ उन गरीब जरूरतमंद लोगों से है, जो उसके वास्तविक हकदार हैं.
श्याम साधु, प्रख्यात पशु सेवी
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST