रायबरेली:जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में इजाफा होने के कारण जिले को रेड जोन में रखा गया था. लॉकडाउन को लेकर प्रशासन ने पहले सख्ती दिखाई पर बाद में रियायत देनी शुरू कर दी. अब सड़कों पर बड़ी संख्या में लोगों को देखा जा रहा है. रायबरेली के पशुसेवी श्याम साधु ने लॉकडाउन के दौरान ही शासन और प्रशासन की ओर से जरूरत से ज्यादा ढील दिए जाने पर निशाना साधा है.
रायबरेली: रेड जोन होने के बावजूद लॉकडाउन में ढील देने पर बिफरे श्याम साधु - shyam sadhu target administration
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में लॉकडाउन के समय भी प्रशासन काफी रियायत बरत रहा है. इसके कारण पशुसेवी श्याम साधु ने प्रशासन पर निशाना साधते हुए उन्हें लापरवाही से बचने की सलाह दी है.
लॉकडाउन में प्रशासन ने दी छूट
दरअसल जिले में बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज पाए गए थे. कोरोना संक्रमितों की संख्या अब 50 का आंकड़ा छूने को है. हालांकि इनमें से अच्छी खासी तादात में मरीजों को सघन चिकित्सा व्यवस्था की निगरानी में रखकर उन्हें उपचार के जरिए कोरोना मुक्त करने में भी सफलता पाई गई. यही कारण रहा कि प्रशासन ने एकल दुकानों को सशर्त खोले जाने की अनुमति दी है. इसके बाद सड़कों पर लोगों का आना-जाना आम दिनों जैसा ही देखा जाने लगा.
प्रशासन पर साधा निशाना
श्याम साधु ने प्रशासन के इस निर्णय पर सवाल खड़े किए साथ ही कोरोना जैसी घातक बीमारी से लड़ाई में लापरवाही से बचने की नसीहत दी. श्याम साधु कहते हैं कि सीमित रियायत देना भले ही सही कहा जा सकता है पर खुलेआम घूम रहे लोगों को परिस्थितियों का अंदाजा नहीं है. कोरोना वायरस अभी भी सक्रिय है और अभी तक इस जानलेवा बीमारी का ठोस उपचार नही ढूंढा जा सका है, इसीलिए लोगों को सतर्कता को नहीं भूलना चाहिए.