रायबरेली: पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे. कन्याकुमारी से कश्मीर तक भगवान राम पूजे जाते हैं.
राम मंदिर के लिए चल रहा अनुष्ठान. चल रहा अनुष्ठान
देशभर में भगवान राम के भक्त और राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिए साधु संत भी अपने अपने तरीके से श्रीराम मंदिर के शिलान्यास को लेकर विभिन्न तरह से यज्ञ और अनुष्ठान व पूजा पाठ कर रहे हैं. जिले की लालगंज तहसील के गेगासो गंगा तट पर स्थित गर्ग मुनि की तपोभूमि पर पिछले 7 दिनों से रात दिन हवन-पूजन चल रहा है. हवन-पूजन राम मंदिर निर्माण का संकल्प लेकर हो रहा है. यह हवन भूमि पूजन के समय तक चलेगा.
लेटकर की थी परिक्रमा
गर्ग मुनि की तपोभूमि गेगासो जिले व आसपास के लोगों की लिए श्रद्धा का केंद्र है. यंहा पिछले कई साल से श्रीराम मंदिर के निर्माण का संकल्प ले कर यज्ञ सम्राट शिव योगी उमेश चैतन्य महाराज द्वारा महापूजन किया जा रहा था. 2019 में यज्ञ सम्राट ने श्रीराम मंदिर के निर्माण का संकल्प लेकर 8 किलोमीटर लेट कर परिक्रमा की थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लंबी आयु की कामना की थी.
शिव योगी उमेश चैतन्य की मानें तो पिछले 11 वर्षों से श्रीराम मंदिर के निर्माण का संकल्प लेकर कई अनुष्ठान और यज्ञ किए. अब जब भूमि पूजन की तारीख तय हुई है तब विशाल हवन-पूजन का आयोजन किया गया है. शिव योगी उमेश चैतन्य ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना चाहता हूं कि जिस तरह से राम मंदिर निर्माण का निर्णय लिया गया है, वह भारत देश के लिए गौरव की बात है.