रायबरेली: जनपद के ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के किशुनदास पुर गांव निवासी युवक तीन साल पहले रोजी रोटी की तलाश में विदेश गया था. दो दिन पहले युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सूचना परिजनों को मिली. हालांकि परिजनों को हार्ट अटैक से युवक के मौत की जानकारी दी गई. सूचना मिलने के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. फिलहाल, अब परिजनों ने बेटे के अंतिम दर्शन के लिए शव को घर लाने की मुख्यमंत्री योगी से गुहार लगायी है.
जानकारी के अनुसार जिले के ऊंचाहार क्षेत्र के किशुनदासपुर गांव निवासी द्वारिका प्रसाद का बेटा रतन कुमार तीन साल पहले घर की हालत को देखते हुए रोजी रोटी की तलाश में सऊदी गया था. जहां वो दमाम रस्तनुरा रहीमा जुबैल शहर के मेहान ह्यूमन रिसोर्सेज कम्पनी में मजदूरी कर रहा था. तब से वह घर वापस नहीं लौटा. शनिवार की रात रतन के मित्र ने फोन करके रतन की हार्ट अटैक से मौत हो जाने की जानकारी परिजनों को दी.
कमाने गए युवक की अरब देश में मौत, परिजनों ने शव लाने के लिए CM योगी से लगाई गुहार - रायबरेली युवक की मौत
रायबरेली से अरब देश में कमाने गए युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. परिजनों ने शव को लाने के लिए सीएम योगी से गुहार लगाई है.
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इस खबर से परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों ने युवक के शव को घर लाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से से गुहार लगायी है. मृतक रतन कुमार चार भाईयों रिंकू, रोहित, गणेश में तीसरे नंबर का था. उसकी दो बहनें सुषमा और कुशमा है. जिसमें सुषमा की शादी हो चुकी है और कुशमा की शादी दिसम्बर महीने की 3 तारीख को हैं. मां राधे रानी और पिता द्वारिका का कहना है कि जब से रतन गया तब से घर नहीं आया था. सिर्फ फोन पर ही उससे बातचीत हुआ करती थी. गुरुवार को उससे फोन पर आखिरी बार बात हुई थी. रिंकू ने रोते हुए मुख्यमंत्री योगी से गुहार लगाते हुए कहा कि भाई रतन के शव को सऊदी अरब से भारत लाया जाये. बस इसी उम्मीद में रतन के पूरे परिवार की निगाहें टिकी हुई है. क्योंकि अब वो अपने लाडले के अंतिम दर्शन और उसका अंतिम संस्कार रीति रिवाजों से करना चाहते है. फिलहाल, अब उनकी आशा की किरण मुख्यमंत्री पर ही टिकी हुई है, जिनकी मदद से ही मृतक रत्न का शव उसके परिजनों तक पहुच सकता है.
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