रायबरेली : राहुल गांधी के केरल के वायनाड से चुनाव लड़ने की घोषणा होते ही जिले में हलचल मच गई. अमेठी से जुड़ा होने की वजह से रायबरेली भी राहुल गांधी से जुड़ा है, लेकिन उनके वायनाड से चुनाव लड़ने पर यहां की जनता का कहना है कि आम जनता के पैमाने पर खरा न उतरने की वजह से उन्हें अपना क्षेत्र बदलना पड़ रहा है.
राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने पर रायबरेली की जनता ऐसी रही प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के वायनाड से भी चुनाव लड़ने पर रायबरेली की जनता ने इसे राहुल का डर बताया है. उनका कहना है कि यहां विकास न करने से राहुल गांधी को डर है कि जनता उन्हे हरा देगी, इसलिए वह वायनाड की सीट सुरक्षित कर लेना चाहते हैं.
राहुल गांधी पिछले 15 सालों से अमेठी से सांसद हैं और जनता ने हर बार उन्हें भारी बहुमत से जिताया है, लेकिन अब यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि केंद्र में कांग्रेस की 10 साल सरकार होने के बाद भी राहुल गांधी ने रायबरेली और अमेठी में रोजगार नहीं दिया, न ही यहां का विकास किया और जनता के पैमाने पर खरा न उतरने की वजह से उन्हें अपना क्षेत्र बदलना पड़ रहा है.
पिछले चुनाव में भाजपा से स्मृति ईरानी के मैदान में उतरने के बाद ही जनता को एक नया नेता मिल गया जो राहुल गांधी को कड़ी टक्कर दे सकता था. वहीं इस बार फिर से स्मृति ईरानी अमेठी से मैदान में उतर चुकी हैं. रायबरेली के आम लोगों का कहना है कि राहुल के विकास न करने की वजह से कहीं न कहीं उन्हें हार का डर सता रहा है. इसी वजह से वह केरल के वायनाड से चुनाव लड़ने जा रहे हैं.