रायबरेली:पुलिस कर्मियों की हरकत के कारण कई बार यूपी पुलिस कठघरे में खड़ी होती दिखाई देती है. कई मामलों में तो विभाग की किरकिरी होने के बाद दोषियों पर कार्रवाई भी की गई. बावजूद इसके ऐसे पुलिसकर्मी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे. ताजा मामला रायबरेली जिले से सामने आया है. जहां एक दोस्त की बहन का तिलक चढ़ाकर लौट रहे रायबरेली के सलोन कोतवाली क्षेत्र के सिरसिरा गांव निवासी पांच युवकों को सादी वर्दी वाले दारोगा ने रोकने का प्रयास किया. लेकिन, युवक जब नहीं रुके तो पुलिस ने आगे जाकर उन्हें घेरकर पकड़ लिया. इसके बाद पुलिस कर्मियों ने युवकों को मौके पर ही जमकर पीटा और फिर भी जी न भरा तो उन्हें सूची चौकी लाकर रात भर पट्टे, लाठी और डंडों से पिटाई की.
पुलिस पीड़ितों को ही आरोपी बता रही
पुलिस की हैवानियत की पोल उस समय खुली, जब युवकों को मेडिकल के लिए सीएचसी सलोन भेजा गया. सीएचसी पहुंचे पीड़ितों के परिजनों ने जब उनके शरीर पर चोटों के निशान देखे, तो उनके होश उड़ गए. फिलहाल, पुलिस पूरे मामले में पीड़ितों को ही आरोपी बता रही है. पुलिस उन पर शराब के नशे में अभद्रता करने का आरोपी लगा रही है.
युवकों के जख्म देख परिजनों के उड़े होश
सीएचसी में मेडिकल कराने आए लवकुश, शिवाकांत, राहुल, विनय कुमार और विपिन तिवारी जिले की सलोन कोतवाली क्षेत्र के सिरसिरा गांव के निवासी हैं. बताया जा रहा है कि, ये सभी राहुल की बहन का तिलक चढ़ाने के लिए एक प्राइवेट कार से गए थे. देर रात घर वापस लौटते समय बगहा जंगल के पास अपनी प्राइवेट गाड़ी के साथ सादी वर्दी में मौजूद सूची चौकी इंचार्ज मृत्युंजय कुमार ने इनकी कार को रोकने का इशारा किया लेकिन, युवक नहीं रुके. इस पर आरोपी चौकी इंचार्ज ने वायरलेस से डायल 112 को सूचना दी. जिसके बाद आगे डायल 112 की टीम ने युवकों की कार को रोक लिया. इसी बीच चौकी इंचार्ज भी अपने अधीनस्थों के साथ मौके पर पहुंच गए और युवकों की जमकर पिटाई की.