रायबरेली:ऊंचाहार में रविवार को हिन्दू-मुस्लिम भाईयों ने मिलकर इमाम हुसैन की याद में एक लंगर का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में दोनों समुदायों के लोगों ने बढ़चढ़ कर अपनी सहभागिता निभाई.
इमाम हुसैन की यादों में लंगर-ए-हुसैन. लंगर-ए-हुसैन
- ऊंचाहार क्षेत्र में लंगर ए हुसैन नाम का एक लंगर आयोजित किया गया.
- कार्यक्रम के आयोजन में हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदायों के लोगों ने सहभागिता की.
- कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को आपस मे सामंजस्य बनाने का संदेश भी दिया गया.
माम हुसैन की 72 साथियों के साथ कर्बला में जंग
आज के दौर में जिस तरह आतंकवाद है, उसी तरह पहले भी कुछ लोग इंसानियत के दुश्मन थे, जिसके खिलाफ इमाम हुसैन ने अपने 72 साथियों के साथ कर्बला के मैदान में जंग की और अपने साथियों और परिवार के साथ शहीद हो गए.
मोहम्मद हुसैन का पैगाम- इंसानियत
आयोजन कर्ताओं ने बताया कि मोहम्मद हुसैन का पैगाम इंसानियत का है और उन्होंने उन लोगों के खिलाफ लड़ाई लड़ी, जिन्होंने धर्म को नष्ट करने का काम किया है.
इमाम हुसैन ने अपने 72 साथियों के साथ कर्बला के मैदान में जंग की थी. इमाम हुसैन उस जंग में अपने 72 साथियों और परिवार के साथ शहीद हो गए थे, जिनकी याद में आज लंगर का कार्यक्रम किया गया.
इरफान, आयोजनकर्ता