रायबरेली:सरकार द्वारा जिला चिकित्सालय में चिकित्सीय सुविधाओं को लेकर भले ही तमाम तरह के दावे किए जाते रहे हों पर जमीनी हकीकत कुछ और ही है. वहीं तमाम दावों के विपरीत अभी भी स्थिति जस की तस बनी है. विशेष तौर पर नेत्र रोगियों के लिए चिकित्सीय व्यवस्था दुरुस्त होने का नाम नहीं ले रही, हालांकि जिम्मेदार अभी यही कहते नज़र आते हैं कि मरीजों को सभी सुविधाएं मिल रही हैं और कहीं कोई कमी नजर नहीं आती है.
जिला चिकित्सालय में अव्यवस्था का बोलबाला. रायबरेली के राही गांव निवासी सुखराज कहते हैं कि आंख के ऑपरेशन के लिए अस्पताल में आया था. चेकअप तो हो गया पर अभी रिपोर्ट नहीं मिली है. वहीं अभी कितने दिन इंतजार करना होगा यह नहीं पता. साथ ही कहा कि शनिवार को भी पूरा दिन उसी के इंतज़ार में निकल गया पर रिपोर्ट नही मिल पाई.
जनपद के भदोखर थाना क्षेत्र के निवासी पवन कुमार ने बताया कि वह दादीं मां का मोतियाबिंद का ऑपरेशन के लिए कई दिनों से लगातार जिला चिकित्सालय के चक्कर काट रहे हैं. वहीं डॉक्टर ऑपरेशन की तारीख नहीं दे रहे हैं. कई बार दिनभर का इंतजार करने के बाद भी डॉक्टर से मुलाकात नहीं हो पाती थी. हालांकि जब डॉक्टर मिले तब जल्दी ही ऑपरेशन करने की बात उन्होंने कही है.
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इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एन.के श्रीवास्तव से बात की गई, तो उन्होंने कहां कि नेत्र रोग विभाग पूरी तरह सुचारु ढंग से काम कर रहा है. मरीज किस डॉक्टर को ऑपरेशन के लिए चुनता है, यह उसकी चॉइस है हालांकि ऑपरेशन को लेकर व्यवस्था में कोई कमी नहीं है.