रायबरेलीः हाल ही में योगी सरकार ने 4 वर्ष पूरे होने पर प्रदेश में दो-दो एम्स के सफल संचालन का दावा किया था. गोरखपुर के अलावा रायबरेली एम्स में भी स्वास्थ्य सेवाएं संचालित होने की बात कही थी, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों ने फिलहाल रायबरेली एम्स की सेवाओं पर ब्रेक लगाया है. संस्थान द्वारा 31 मार्च को ही प्रेस नोट जारी करते हुए 01 अप्रैल 2021 से फिजिकल ओपीडी में अस्थाई रोक लगा दी गई है. हालांकि एम्स प्रशासन का यह फैसला इसलिए भी अचरज भरा है कि संस्थान कोरोना टेस्ट रिपोर्ट लेकर आने वाले मरीजों को भी ओपीडी में दाखिल होने पर राजी होता नहीं दिख रहा.
26 मार्च से जिले में बढ़े हैं कोरोना संक्रमण के केस
जिले में 26 मार्च से कोरोना के मामलों में एकाएक तेजी देखी जा रही है. बढ़ते मामलों ने जिला प्रशासन को हरकत में आने को मजबूर जरुर किया है पर एम्स प्रशासन अचानक से सकते में आ गया है. जहां 10 दिन पूर्व तक परिसर में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए थे. वहीं 1 अप्रैल से ओपीडी सेवाएं बंद करने का आदेश भी जारी कर दिया गया. गौर करने वाली बात यह है कि प्रदेश के अन्य बड़े चिकित्सा संस्थानों ने अभी तक ऐसा कोई फरमान नहीं सुनाया है. ओपीडी में आने वाले मरीजों को साथ में कोरोना टेस्ट रिपोर्ट लेकर आने संबंधी निर्देश कुछ बड़े संस्थानों द्वारा जारी किया गया है.
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