रायबरेली:जिले में कमला नेहरू एजुकेशनल सोसाइटी से जुड़े मामले ने एक बार फिर से तूल पकड़ा है. लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर रायबरेली शहर के सिविल लाइंस स्थित सोसाइटी की यह जमीन लगातार चर्चा का केंद्र बनी हुई है. अब सोसाइटी की जमीन को फ्री होल्ड किए जाने की पत्रावली पर सिटी मजिस्ट्रेट युगराज सिंह की जांच में बड़ा खेल उजागर हुआ है. एडीएम एफआर द्वारा सोसाइटी के सदस्यों के अलावा तत्कालीन प्रशासनिक अमले के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है.
फ्री होल्ड कराने में खेल करने का है आरोप
दरअसल, सिटी मजिस्ट्रेट की जांच में पता चला है कि जमीन का पट्टा कराए बिना भूमि को धोखे से फ्री होल्ड करा दिया गया. मामला उजागर होने के बाद शनिवार देर रात एडीएम (वित्त एवं राजस्व) एवं प्रभारी अधिकारी नजूल प्रेम प्रकाश उपाध्याय ने सदर कोतवाली में पूर्व सांसद शीला कौल के बेटे विक्रम कौल समेत 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है.
यह सभी हुए एफआईआर ने नामजद
एफआईआर में तत्कालीन नजूल लिपिक छेदीलाल जौहरी, तत्कालीन लेखपाल प्रवीण कुमार मिश्रा, तत्कालीन प्रभारी कानूनगो प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, तत्कालीन तहसीलदार सदर कृष्ण पाल सिंह, कमला नेहरू एजुकेशनल सोसाइटी के तत्कालीन अध्यक्ष, सचिव व अन्य पदाधिकारीगण, कमला नेहरू एजुकेशनल सोसाइटी के सचिव सुनील देव, तत्कालीन एडीएम (वित्त एवं राजस्व) मदन पाल आर्या, तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी विंध्यवासिनी प्रसाद, तत्कालीन राजस्व सहायक द्वितीय नजूल लिपिक रामकृष्ण श्रीवास्तव, पूर्व सांसद शीला कौल के बेटे विक्रम कौल, प्रभु टाउन निवासी सुनील कुमार एवं तत्कालीन उप निबंधक सदर घनश्याम को भी नामजद किया गया है.