रायबरेली: पहले लॉकडाउन और अब टिड्डियों का प्रकोप खेती पर भारी पड़ रहा है. जिले के किसान टिड्डी दल के संभावित हमले को लेकर परेशान नजर आ रहे हैं. स्थानीय प्रशासन टिड्डियों से बचाव को लेकर किसानों की फसलों को पूरी तरह से सुरक्षित रखने का दावा करता है. प्रशासन का कहना है कि टिड्डियों से बचाव के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे. हालांकि किसान सरकार से आपदा काल में ठोस पहल किए जाने की गुहार लगा रहे हैं.
रायबरेली के किसान हरिश्चन्द बताते हैं कि लॉकडाउन ने पहले से ही खेती करने वालों की कमर तोड़ रखी है और अब टिड्डियों के संभावित हमले की खबर से सभी बेचैन हैं. प्रशासन की तरफ से कोई खास तैयारी की जानकारी भी नहीं मिल रही है. इनका कहना है कि सरकार को ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
कोई जागरूक करने वाला नहीं
किसान रमेश यादव ने बताया कि कोरोना के कारण काम धंधा पूरी तरह से बंद है. बस खेती का ही आसरा है. रमेश ने बताया कि इस टिड्डी दल को लेकर किसानों में दहशत है. उन्होंने बताया कि तरह-तरह की अफवाहें भी सुनने को मिलती हैं, लेकिन जागरूक करने वाला कोई नहीं है. उन्होंने कहा कि किसानों की सुध लेने वाला कोई नहीं है.
किसानों ने की खेतों की सुरक्षा की मांग. पूरी तैयारी का प्रशासन का दावा
रायबरेली के जिला कृषि अधिकारी रवि चंद्र प्रकाश कहते हैं कि देश में राजस्थान, हरियाणा व मध्य प्रदेश के बाद टिड्डी दल का संभावित हमला यूपी में भी देखा जा सकता है. प्रशासन स्तर पर सभी तैयारियां पूरी हैं. टिड्डियों से बचाव के लिए सभी जरुरी उपायों की भी जानकारी दी जा रही है.
स्थापित किया गया कंट्रोल रूम
उन्होंने बताया कि बड़े झुंड में चलने वाली टिड्डियों से खेतों से बचाव के बारे में जानकारी साझा करने के लिए जनपद में कंट्रोल रुम भी स्थापित किया गया है. जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि किसान भाइयों को टिड्डी दल से परेशान होने की जरुरत नहीं है. रासायनिक दवाओं के जरिए इनका रोकथाम संभव है.