रायबरेली:जनपद में लॉकडाउन और मौसम की मार से परेशान किसानों ने सरकार से सहायता के लिए गुहार लगाई है. गुहार की कोई सुनवाई न होती देख किसानों का सब्र भी अब जवाब दे रहा है. किसान खुद को परेशानियों में घिरा होने की बात कह रहे हैं. उनके सामने इस समस्याओं के समाधान के लिए कोई रास्ता दिखाई नहीं दे रहा है.
जनपद के भदोखर थाना क्षेत्र के किसान विजय बहादुर ने हताश होकर कहा कि इस साल आपदा का अंत होता नहीं दिख रहा है. लॉकडाउन ने ऐसा कहर ढाया कि उससे उबरना मुश्किल नजर आ रहा है. इस बीच मौसम ने जो कुछ बचा था वो भी चौपट कर दिया है. फसलों को अपार क्षति पहुंच रही है. खराब मौसम ने खेतों में पैदावार को इस कदर नष्ट किया है कि आने वाले समय में खाने के भी लाले पड़ते दिख रहे हैं. फसल बीमा योजना के तहत पंजीकरण भी कराया था पर कोई क्षतिपूर्ति नहीं मिली.
रायबरेली: लॉकडाउन और मौसम ने तोड़ी किसान की कमर, सरकार से लगाई राहत की गुहार - लॉकडाउन और मौसम के वजह से किसान परेशान हुए
उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के किसान लॉकडाउन और मौसम की मार से परेशान हैं. किसानों का कहना है कि लॉकडाउन और मौसम के कारण फसलों को बहुत क्षति पहुंच रही है. किसानों का कहना है कि वे ग्राम प्रधान के अलावा पंचायत सेक्रेटरी के पास भी गए, लेकिन इसकी भरपाई के लिए कोई समाधान नहीं निकाला गया.
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उन्होंने बताया कि लेखपाल समेत कई राजस्वकर्मी फसलों को हुए नुकसान का मुआयना करने गांव पहुंचे थे. लेकिन अब तक कोई राहत राशि नहीं मिली है. विजय बहादुर ने कहा कि समस्या लेकर ग्राम प्रधान के अलावा पंचायत सेक्रेटरी तक गए. वहीं महिला किसान गीता देवी कहती हैं कि तमाम समस्याओं के साथ गुजर बसर हो रही है. मौसम की मार से फसलों का नुकसान ज्यादा हो गया है. आंधी तूफान ने फसलों को नष्ट कर दिया है लेकिन सरकार या प्रशासन की तरफ से कोई पूछने वाला नहीं है.
जिला कृषि अधिकारी रविचंद्र प्रकाश ने बताया कि फसल बीमा योजना के जरिए किसानों की फसलों को हुए नुकसान की भरपाई कराने का प्रयास किया जा रहा है. योजना के तहत नुकसान के बाद बीमा कंपनियों से सर्वे कराने के बाद किसानों को क्षतिपूर्ति देने का प्रावधान है. फसल बीमा योजना के जरिए जनपद में कई किसानों को लाभ दिया जा रहा है. जहां कही भी इस संबंध में कोई शिकायत मिलती है, उसका समाधान निकालकर हल करने का प्रयास भी किया जाता है. विभाग किसानों को हर संभव मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहता है.