रायबरेली : देश के मानव संसाधन मंत्रालय के 2020 में दी गई जानकारी के अनुसार, उत्तरप्रदेश में 90,000 से अधिक प्राथमिक विद्यालय और 24,000 माध्यमिक विद्यालय हैं (government Schools of UP). इसी साल स्कूल शिक्षा विभाग की इकाई यूनाइटेड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि यूपी में सरकारी स्कूलों की संख्या में कमी आई है जबकि प्राइवेट स्कूल बढ़े हैं. सच यह भी है कि प्राइवेट स्कूलों में आम लोग मोटी फीस देकर अपने बच्चों को पढ़ाते हैं क्योंकि सरकारी स्कूलों के प्रति पैरेंट्स की धारणा पॉजिटिव नहीं हैं. मगर रायबरेली के गांव अंबारा मतई के सरकारी स्कूल (Ambar Matai Primary School of Rae Bareilly ) ने अभिभावकों को धारणा बदल दी है.
रायबरेली के गदागंज विकासखंड के गांव अंबारा मतई में संचालित सरकारी प्राइमरी स्कूल (Ambar Matai Primary School) साफ-सफाई, पढ़ाई और खेल में कॉन्वेन्ट स्कूल को टक्कर दे रहा है. बच्चे टीवी स्क्रीन वाले स्मार्ट क्लास में पढ़ रहे हैं. टीचर बच्चों को ऑनलाइन गाइड करते हैं. कमजोर बच्चों की एक्स्ट्रा क्लासेज लगाई जा रही हैं. सुरक्षा के लिए स्कूल कैंपस में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. पढ़ाने के लिए 7 सरकारी टीचर और एक शिक्षामित्र तैनात हैं. इस बदलाव का असर यह रहा है कि 2016 में अंबारा मतई के सरकारी प्राइमरी स्कूल में सिर्फ 126 बच्चे पढ़ते थे. अब यहां 567 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. अभिभावक भी प्राइवेट स्कूल का मोह छोड़कर बड़े गर्व के साथ इस स्कूल में बच्चों का एडमिशन करा रहे हैं. इस कारण इसके आसपास गलियों में चलने वाले कई प्राइवेट स्कूल बंद हो गए.