रायबरेलीःशनिवार को नागर विमानन मंत्रालय के तमाम आला अधिकारी रायबरेली होकर फुरसतगंज पहुंचे थे. फुरसतगंज के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सचिव प्रदीप कुमार खरोला शिरकत करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने ETV भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट से देश की एविएशन इंडस्ट्री उबर चुका है. कोविड संक्रमण के खतरे के बावजूद सामान्य दिनों की तुलना में वर्तमान में घरेलू विमान सेवाएं 55 फीसदी फ्लाइट और ट्रैफिक के साथ वापस से रनवे पर आ चुका है. साथ ही उम्मीद जताया कि कम्पलीट लॉकडाउन के बाद पांच महीने पूर्व शुरु हुई, डोमेस्टिक सर्विसेज जल्द ही कोरोना से पहले की स्थित को प्राप्त कर लेंगी.
नागर विमानन मंत्रालय के सचिव से खास बातचीत. इगरुआ के 35वें स्थापना दिवस पर पहुंचे थे सचिव
सचिव प्रदीप कुमार खरोला शनिवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी के 35वें स्थापना दिवस समारोह में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहां कि इगरुआ को देश ही नहीं दुनिया के अग्रणी कमर्शियल पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट बनाने की दिशा में सरकार और मंत्रालय प्रतिबद्ध है.
21 सिंतबर की दुर्घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
बीते 21 सितंबर को इगरुआ के ट्रेनी पायलट कोर्णाक सरण की विमान दुर्घटना में हुई मौत को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया. केंद्रीय सचिव ने कहा कि पूरी घटना की जांच डीजीसीए कर रहा है. रिपोर्ट आनी अभी बाकी है, एक बार रिपोर्ट आ जाए, तभी असल कारणों का पता चल पाएगा. सुरक्षा से जुड़े किसी भी मानक से कोई समझौता न किया जाता है और जहां कहीं भी जरुरत होती है. हमारा भी सहयोग हमेशा रहता है.
एविएशन यूनिवर्सिटी में भी जल्द शुरु होगा पाठ्यक्रम
राजीव गांधी एविएशन यूनिवर्सिटी के बारे में सवाल पूछे जाने पर सचिव ने बताया कि इसी सत्र से ही यूनिवर्सिटी में भी दो पाठ्यक्रमों की शुरुआत हो चुकी है. ऑनलाइन पढ़ाई शुरु भी हो चुकी है. पहले बैच के 80 स्टूडेंट्स अगले सप्ताह ही कैंपस आ जाएंगे. धीरे-धीरे अन्य कोर्स की भी शुरुआत होगी.
कोरोना संकट से उबर चुकी है घरेलू विमान सेवाएं
वैश्विक महामारी कोरोना का विमानन उद्योग पर गंभीर प्रभाव पड़ने की बात कहते हुए कि नागर विमानन मंत्रालय के सचिव वरिष्ठ आईएएस प्रदीप सिंह खरोला कहते हैं कि भारत की घरेलू विमान सेवाएं अचानक से आए, इस बड़े संकट के दौर से लगभग उबर चुकी है. पांच महीने पूर्व ही डोमेस्टिक उड़ाने शुरु हुई थी. पहले की स्थित के सापेक्ष हम 55 फीसदी तक संचालन कर रहे है और जल्द ही पहले जैसी स्थित में पंहुचेंगे.