रायबरेली: कांग्रेस अपने पार्टी संगठन को नई धार देने के लिए सक्रिय हो गई है. इसके लिए बाकायदा जिले के भुएमऊ में कांग्रेस का प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम चल रहा है. इस दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के कई जिलों के पार्टी अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारी प्रशिक्षित किए जा रहे हैं. पार्टी का मानना है कि इस कार्यक्रम से पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार होगा. वहीं इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रियंका गांधी के शामिल होने के कयास लगातार जारी हैं.
रायबरेली: कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर का दूसरा दिन, प्रियंका के दौरे को लेकर ऊहापोह जारी - कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी
उत्तर प्रदेश में पार्टी संगठन को मजबूत और व्यापक बनाने के प्रयास में जुटीं कांग्रेस अपने पार्टी के पदाधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण जिले के भुएमऊ में दे रही है. कयास लगाए जा रहे हैं कि मंगलवार देर रात या बुधवार की सुबह तक पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी विशेष बैठक में शामिल हो सकती हैं.
पार्टी संगठन को मजबूत करने लिए दिया जा रहा प्रशिक्षण
पार्टी संगठन को मजबूत और व्यापक बनाने के प्रयास में जुटी कांग्रेस का प्रशिक्षण शिविर मंगलवार को भी बदस्तूर जारी रहा. पूर्वी उत्तर प्रदेश के 37 जिलों के पदाधिकारी इस प्रशिक्षण शिविर में शामिल हुए हैं. विभिन्न सत्रों में पूरे प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम को बांटा गया है. बहरहाल अभी तक प्रियंका गांधी रायबरेली नहीं पहुंच सकी हैं, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि वह मंगलवार देर रात या बुधवार सुबह तक वह जरूर भुएमऊ गेस्ट हाउस में होने वाली पार्टी संगठन की बैठक में शिरकत करेंगी.
दिल्ली से आए विशेष मास्टर ट्रेनर
प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम को लेकर फिलहाल मीडिया से दूरी बनाई गई है और भुएमऊ में केवल प्रशिक्षु पदाधिकारियों को ही एंट्री दी जा रही है. हालांकि शिविर में शामिल हो रहे संगठन के पदाधिकारी इस पर ज्यादा कुछ बोलने को तैयार नहीं दिखे. दिल्ली से शिरकत करने आ रहे मास्टर ट्रेनर ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर पदाधिकारियों को टिप्स दे रहे हैं. इस पूरे कार्यक्रम की निगरानी खुद प्रियंका गांधी रख रही हैं. यही कारण है कि प्रशिक्षण में शिरकत कर रहे पदाधिकारी उत्साह से लबरेज दिख रहे हैं.
पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर मंगलवार की देर रात तक संपन्न हो जाएगा. इसके बाद कल उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों के शहर और जिलाध्यक्ष, प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य विशेष बैठक में शिरकत करेंगे. इसके अलावा बाकी बचे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद से जुड़े संगठन के लोगों के लिए दो दिवसीय कार्यक्रम भी प्रस्तावित है. कुल मिलाकर प्रशिक्षण शिविर के जरिए सभी कार्यकर्ताओं की मेंटरशिप करने की कवायद कही जा सकती है.