रायबरेली: कोरोना वायरस के चलते जिले में चल रहे लॉकडाउन के दौरान जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक प्रशासन द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं का लगातार जायजा ले रहे हैं और अधीनस्थों को दिशा निर्देश दे रहे हैं. बता दें कि 25 मार्च से 14 अप्रैल तक प्रधानमंत्री मोदी द्वारा घोषित किये गए लॉकडाउन में जहां लोग घरों में रहने के लिए मजबूर हैं. वहीं प्रशासन भी उनकी जरूरत की चीजों को मुहैया कराने के लिए लगातार प्रयत्नशील है.
इसी कड़ी में सोमवार को जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक के साथ इन व्यवस्थाओं को देखने के लिए सड़क पर उतरी और उन्होंने नगर पालिका इंटर कॉलेज में बनाये गए क्वारन्टीन केंद्र का भी जायजा लिया. साथ ही वहां मौजूद अधिकारियों को दिशा निर्देश भी जारी किए. इसके बाद वो बस स्टॉप पर पहुंची. साथ ही वहां मौजूद यात्रियों को उन्होंने खाने की सामग्री वितरित की.
बता दें कि बाहर से आ रहे मजदूरों को अलग रखने के लिए जिले की पुलिस लाइन के पास संचालित नगर पालिका इंटर कॉलेज को क्वारन्टीन केंद्र बनाया गया है. जिससे दूर- दराज से आ रहे मजदूरों को वंहा 14 दिन तक रखा जा सके. सोमवार को अचानक क्वारन्टीन केंद्र का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना और एसपी स्वप्निल ममगाई के साथ पहुंच गईं. डीएम को देख वंहा के अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया. वहीं इस दौरान डीएम ने कई सुविधाओं का जायजा लिया.
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इस दौरान डीएम शुभ्रा सक्सेना ने बताया कि जो लोग बाहर से आ रहे है उन्हें क्वारन्टीन हाउसों में 14 अप्रैल तक रखा जाएगा. उसके लिए सभी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं. इसके अलावा गांवों में भी कोटेदारों को निर्देशित कर दिया गया है. साथ ही वहां जनता स्टोर बना दिये गए हैं. जिससे लोगों को जरूरत की सभी वस्तुएं मुहैया हो रही हैं. इसीलिए हमारे यंहा लोग सड़कों पर नहीं निकल रहे हैं.