रायबरेली: सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी निजी स्कूलों की मनमानी कम नहीं हो रही है. शिक्षा का अधिकार कानून के तहत जिले के निजी स्कूल कम आय वर्ग के बच्चों को दाखिला नहीं दे रहे हैं. इस सत्र में भी कई ऐसे बच्चे हैं, जिन्हें अभी तक दाखिला नहीं मिला है. वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी सब कुछ सही होने की बात कह रहे हैं.
बता दें कि प्रदेश में शिक्षा के अधिकार के तहत निजी स्कूलों में दाखिले के लिए इस बार तीसरे चरण में 17 जुलाई से 10 अगस्त तक आवेदन मांगा गया था. 11 से 12 अगस्त के बीच जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सत्यापन कर उन्हें लॉक करना था. विभाग की ओर से 14 अगस्त को लाॅटरी प्रक्रिया पूरी की गई थी और 30 अगस्त तक पात्र बच्चों को स्कूलों में दाखिला दिया गया. हर वर्ष की तरह इस बार भी जिम्मेदार तमाम बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिला दिलाने में नाकाम साबित हुए.
सत्र 2020- 21 के लिए मिले आवेदन व चयनित बच्चे
शिक्ष विभाग की ओर से ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रक्रिया के तहत आवेदन मांगे गए थे. बेसिक शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार ऑनलाइन के पहले चरण में कुल 282 आवेदन आए, जिनमें से 235 बच्चों का चयन किया गया. दूसरे चरण में ऑनलाइन के तहत 124 आवेदन आए थे , जिनमें से 79 का चयन किया गया. वहीं ऑनलाइन आवेदन के तहत तीसरे चरण में 20 आवेदन आए, जिनमें से 10 का चयन किया गया.