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रायबरेली: वाह रे बेसिक शिक्षा विभाग, शिक्षिका एक, तैनाती अनेक

उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में बेसिक शिक्षा विभाग में एक शिक्षिका की कई जिलों में फर्जी तैनाती का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में तैनात एक शिक्षिका एक साथ प्रदेश के कई जिलों में नौकरी कर रही है और सभी जगहों से बाकायदा वेतन भी ले रही है.

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बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षिका की फर्जी तैनाती

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Published : Jun 5, 2020, 2:19 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST

रायबरेली:जनपद के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में महिला शिक्षक की तैनाती को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. जानकारी के अनुसार, जिले की बछरावां स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में तैनात शिक्षिका अनामिका शुक्ला रायबरेली के अलावा प्रदेश के कई अन्य जनपदों में भी तैनाती दिखाकर वेतन उठाने में कामयाब रही है.

बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षिका की कई जिलों में फर्जी तैनाती

दिलचस्प बात यह है कि इस शिक्षिका के एक दो ही नहीं करीब आधा दर्जन से ज्यादा जनपदों के स्कूलों में फर्जी तरीके से नियुक्ति होने की बात सामने आ रही है. अंदेशा यह भी है कि प्रदेश के बागपत, सहारनपुर, अलीगढ़, अंबेडकरनगर और प्रयागराज समेत कई अन्य जनपदों के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका साइंस टीचर के पद पर कार्यरत हैं. चौकाने वाली बात यह है कि सभी के दस्तावेज एक ही है, जिसमें शिक्षिका को मैनपुरी का मूल निवासी दिखाया गया है.

ईटीवी भारत ने जब इस बाबत रायबरेली के बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि रायबरेली जनपद में फरवरी में शिक्षिका अनामिका शुक्ला की तैनाती हुई. इसके कुछ दिनों के बाद ही यह मामला उनके संज्ञान में आया. मुख्यालय द्वारा सूबे के करीब 5-6 जनपद के बीएसए को पत्र लिखकर अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका के बारे में विवरण मंगा गया था. हालांकि इनमें रायबरेली जनपद शामिल नहीं था.

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बीएसए ने बताया कि जानकारी होने पर उन्होंने अपने स्तर से मामले की छानबीन करवाई. धांधली की आशंका से बछरावां में तैनात उस शिक्षिका से अपना पक्ष रखने के संबंध में नोटिस जारी किया गया था, लेकिन पहले कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण उसने आने में असमर्थता जाहिर की, जिसके बाद में उसने वाट्सऐप के माध्यम से अपना त्यागपत्र दे दिया.

पूरे मामले से विभाग के आलाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है और जल्द ही आरोपी शिक्षिका के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराकर दिए गए मानदेय की रिकवरी को लेकर भी कदम उठाएं जाएंगे. शिक्षिका द्वारा बड़े पैमाने पर किए गए इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर पूरे विभाग में हड़कंप मच गया है. साथ ही अनामिका शुक्ला जैसे तमाम दूसरे शिक्षकों द्वारा भी घपलेबाजी किए जाने के कयास लगाए जा रहे हैं.

वेतनभोगी शिक्षिका अनामिका शुक्ला के मामले में नया खुलासा.

22 हजार प्रतिमाह वेतन पर हुई थी रायबरेली में नियुक्ति
फर्जीवाड़े के जरिए सूबे के कई जनपदों में तैनाती के साथ ही वेतनभोगी शिक्षिका अनामिका शुक्ला के मामले में नया खुलासा सामने आया है. रायबरेली के बछरावां स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में अनामिका शुक्ला की नियुक्ति बतौर विज्ञान विषय की शिक्षिका 8 मार्च 2019 को हुई थी. 22 हजार प्रतिमाह के दर से उनका मानदेय भी निर्धारित हुआ था. 22 हजार प्रतिमाह के वेतनमान की दर से 11 महीनों के लिए पूर्णकालिक नियुक्ति बतौर विज्ञान विषय की शिक्षिका के तौर पर हुई थी. शिक्षकों की उपस्थिति के विषय में पूछे जाने पर बीएसए दावा करते हैं कि सभी आवासीय बालिका विद्यालय में बायोमैट्रिक व मैन्युअल दोनों माध्यमों से हाजिरी भरी जाती है. साथ ही बीएसए दावा कर रहे हैं कि शिक्षिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर वेतन की रिकवरी की दिशा में प्रयास किए जाएंगे.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST

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