रायबरेलीः बछरांवा विकास खंड का पहनासा गांव, जंहा हजारों की आबादी आज भी जान हथेली पर रखकर अस्थाई तौर पर लोहे की पत्तियों से बने संकरे पुल से गुजर कर खेती करने जाती है. पुल से गिरकर कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए लेकिन जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक के कानों पर जूं नही रेंगी.
रायबरेली में जान जोखिम में डाल पुल पार करने को मजबूर ग्रामीण.
बारिश के पानी से तेज रफ्तार में ये नाला बहती है और पहनासा गांव के रहने वाले हजारों ग्रामीणों के लिए काल बना है, क्योंकि नाले के दूसरी ओर ग्रमीणों के खेत हैं जिसकी वजह से उनको रोजाना नाले को पार करना पड़ता है. आम दिनों में तो खास परेशानी नहीं होती लेकिन बारिश के समय में ये नाला अपने चरम पर रहता है.
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ग्रामीणों ने नाले को पार करने के लिए खुद ही एक अस्थायी लोहे की पत्तियों से पुल बना डाला, लेकिन ये इतना संकरा है कि कई बार ग्रामीण और उनके जानवर हादसे का शिकार हो जाते हैं. कितने जानवरों की जानें जा चुकी हैं वहीं कितने लोग अपने हांथ-पैर तुड़वा चुके हैं. ग्रामीणों ने नाले पर पुल बनवाने के लिए कई बार जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों से मांग की लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया. ग्रामीण इस समस्या के कारण आक्रोशित भी हैं.
वहीं इस मामले में जब जिलाधिकारी नेहा शर्मा से बात की गई तो उनका कहना था, कि मामला सिंचाई विभाग का है और उनसे मामले की जानकारी कर जल्द ही कार्यवाही की जाएगी. अभी तक इस पूरे मामले से अंजान जिला अधिकारी के संज्ञान में प्रकरण के आने के बाद ग्रामीणों को क्या लाभ मिलता है यह तो आने वाला समय ही तय करेगा.