रायबरेली : जिले में कोरोना संक्रमितों की लगातार हो रही मौतों को लेकर मरीजों के परिजन स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. अब इस मामले पर जिले के एडीएम ने भी मुहर लगा दी है. दरअसल, जिले में अपर जिलाधिकारी (ADM) के पद पर तैनात क्लास वन रैंक के अधिकारी ने कोरोना के लक्षण दिखने के बाद स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों से मदद मांगी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से उन्हें कोई मदद नहीं मिली. जिसके बाद उन्होंने शनिवार को एक पत्र लिखकर जिला सूचना के नाम से बने व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल कर दिया.
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96 घंटे बाद भी नहीं मिली जांच रिपोर्ट
एडीएम प्रेम प्रकाश उपाध्याय जिले में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के पद पर तैनात हैं. कुछ दिन पहले एडीएम प्रेम प्रकाश और उनके परिवार के सदस्यों को सर्दी-जुकाम हो गया. इसके बाद सर्दी-जुकाम जब ठीक नहीं हुआ, तो उन्होंने सीएमओ से आरटीपीसीआर जांच के लिए कहा. लेकिन, देरी होते देख उन्होंने अपने अधीनस्थ नायब तहसीलदार से जांच कराने की बात कही. जिसके बाद 20 अप्रैल को उनका आरटीपीसीआर टेस्ट हुआ, लेकिन 96 घंटे बाद भी उन्हें रिपोर्ट नहीं प्राप्त हुई.
मीडिया में मामला आने पर सीएमओ ने लिया संज्ञान
एडीएम प्रेम प्रकाश उपाध्याय का ऑक्सीजन लेबल भी कम हो रहा है. इस बात से आहत होकर उन्होंने एक पत्र लिखा और उसे जिला सूचना नाम से बने व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल कर दिया. मामला मीडिया के संज्ञान में आते ही सीएमओ ने मामले का संज्ञान लिया. सीएमओ ने एडीएम को कार्रवाई का आश्वासन दिया है. कोरोना के कारण जब सभी जगह हाहाकार मचा हुआ है और मरीज इलाज के लिए परेशान हैं, ऐसे में जिले के इतने बड़े अधिकारी के प्रति स्वास्थ्य विभाग का ये रवैया है तो आम लोगों के प्रति कैसा होगा.