रायबरेली/सुलतानपुर: आदित्य सिंह हत्याकांड के मुख्य गवाह को 4 फरवरी को धमकाने की शिकायत पर रायबरेली पुलिस ने सदर विधानसभा सपा के 2 बार प्रत्याशी रहे आरपी यादव और उनके एक साथी को दोबारा गिरफ्तार कर रायबरेली जेल से सुलतानपुर भेज दिया गया. इसके बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रर्दशन किया. वहीं, गुरूवार को शिवपाल सिंह यादव के ट्वीट के बाद मामले के राजनीतिक तूल पकड़ लिया है.
दरअसल, अक्टूबर 2019 में हरचंदपुर निवासी आदित्य सिंह नाम के छात्र की हत्या कर उसका शव सड़क पर फेंक दिया गया था. साथ ही उसे दुर्घटना का रूप दे दिया गया. इस मामले में मृतक आदित्य के परिजनों ने सपा नेता सुरेश यादव उनके पुत्र व उनके कर्मचारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने मामले की जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी थी. इसी बीच मामले में सपा प्रत्याशी आरपी यादव भी हत्या की साजिश के तहत गिरफ्तार कर लिए गए थे. साथ ही विधानसभा चुनाव के समय वह जेल से जमानत पर बाहर आए. इस बीच आदित्य हत्याकांड की गवाह राजकुमारी सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई की आरपी यादव व उनके साथी हर्षित पटेल ने उन्हें धमकाया व गवाही न देने को कहा है. जिसपर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर 4 फरवरी को आरपी यादव और हर्षित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.