रायबरेली: प्रदेश में अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला गौतम बुद्ध नगर के मूल निवासी व्यापारी मयंक अग्रवाल से जुड़ा है. बुधवार को उनके सुपरवाइजर ने हरदोई जिले के मल्लावां थाने को सूचना दी कि व्यापारी मयंक अग्रवाल का अपहरण कर लिया गया है. सुपरवाइजर ने पुलिस को कुछ युवकों द्वारा उन्हें महिंद्रा वाहन संख्या UP63AC 5050 से मिर्जापुर ले जाने की बात बताई. इसके बाद मिर्जापुर ले जाते समय रास्ते में जिले की ऊंचाहार रेलवे क्रॉसिंग के पास पुलिस की सक्रियता से अपहृत ठेकेदार को सुरक्षित बरामद कर लिया गया. इसके साथ ही अपहरणकर्ताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
कैसे क्या हुआ
- 95 हजार रुपये की देनदारी को लेकर अपहरण किया गया.
- अपहरणकर्ता मयंक को हरदोई से मिर्जापुर ले जा रहे थे.
मूल रूप से नोएडा के रहने वाले मयंक अग्रवाल ठेकेदार हैं. पहले वह मिर्जापुर में ठेकेदारी करते थे, उसके बाद वह हरदोई आ गए और हरदोई में ही कामकाज शुरू कर दिया. मिर्जापुर में ठेकेदारी करते वक्त उनकी करीब 95 हजार रुपये की देनदारी बाकी रह गयी थी. इस देनदारी के संदर्भ में पैसा लेने और बिल्डिंग मैटेरियल की सप्लाई देने वाले 7 लोग हरदोई गए थे. जब मयंक ने उन्हें टरकाने के लिए दो-चार दिन का समय मांगा तो गुस्से में उन सभी युवकों ने मयंक को अपने साथ गाड़ी में बैठा लिया और मिर्जापुर के लिए चल दिए. इस दौरान इन युवकों ने मयंक से कहा कि यहीं पैसा मंगाओ तभी छोड़ेंगे.
हरदोई में अपहरण की सूचना मिलते ही जिले की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया. हरदोई की घटना की सूचना वायरलेस के जरिए सभी थानों को प्रसारित की गई. सूचना के आधार पर लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऊंचाहार रेलवे क्रॉसिंग के पास पुलिस द्वारा सघन चेकिंग अभियान शुरू किया गया. इस दौरान UP63AC 5050 नंबर की महिंद्रा गाड़ी लखनऊ की ओर से आती दिखाई दी. पुलिस द्वारा रुकने का इशारा करने पर गाड़ी में बैठे युवक उतर कर भागने लगे. इस पर मौके पर मौजूद पुलिस बल ने सभी को पकड़ लिया.
ऊंचाहार रेलवे क्रॉसिंग के पास सघन चेकिंग अभियान चलाकर पुलिस ने UP63AC 5050 नंबर की महिंद्रा गाड़ी को पकड़ा. गाड़ी में अपहृत ठेकेदार मयंक अग्रवाल भी मौजूद थे. सभी 6 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है. साथ ही बरामदगी की सूचना तत्काल हरदोई पुलिस को भी दी गई है.
-नित्यानंद राय, अपर पुलिस अधीक्षक