यूपी के रायबरेली में अपराधियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के तहत बड़ी सफलता हाथ लगी है. सलोन कोतवाली क्षेत्र के बरियार का पुरवा गांव के पास बदमाश होने की मुखबिर की सूचना पर एसओजी टीम और सलोन कोतवाली पुलिस ने चेकिंग शुरू की थी. इस दौरान प्रतापगढ की ओर से आ रहे बाइक सवारों ने पुलिस को देख गाड़ी मोड़ कर भागने की कोशिश की, लेकिन अपने को घिरा देख बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. जिसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के पैर में गोली लगी और उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया. घायल बदमाश की पहचान मोनू उर्फ शकील के तौर पर हुई है. जिस पर 25 हजार का ईनाम घोषित था.
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जानकारी के अनुसार सलोन कोतवाली क्षेत्र व उसके आस पास के इलाकों में पिछले कुछ दिनों से लूट की वारदात हो रही थी. जिसपर पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया लेकिन गिरोह का सरगना मोनू पुलिस को चकमा दे रहा था. एसओजी टीम ने अपने मुखबिरों को इस काम मे लगाया. बीती रात मुखबिर ने टीम को सूचना दी कि आज तड़के सुबह मोनू अपने एक साथी के साथ बाइक से आ रहा है. सूचना मिलते ही एसओजी टीम ने सलोन पुलिस के साथ मिलकर प्रतापगढ बार्डर पर बरियार का पुरवा के पास चेकिंग शुरू कर दी. कुछ देर बाद प्रतापगढ की ओर से आती एक बाइक दिखी. लेकिन बाइक सवार ने पुलिस को देख वहां से भागने की कोशिश की मगर अपने को घिरा देख उसने टीम पर फायर कर दी.
25 हजार का इनामिया लुटेरा मुठभेड़ में घायल पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें एक बदमाश के पैर में गोली लगी और वो घायल हो गया. इस बीच अंधेरे का फायदा उठाकर उसका साथी फरार हो गया. मौके से टीम ने बाइक एक अवैध तमंचा और कारतूस बरामद कर लिया है. घायल बदमाश की पहचान मोनू उर्फ शकील के तौर पर हुई है, जिसपर 25 हजार का इनाम घोषित था. पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि घायल बदमाश को ईलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया है. अब तक कि पूछताछ में उसने कई लूट की वारदातें करना स्वीकार किया है. उसके कई साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. बाकी की तलाश की जा रही है.
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