प्रयागराज: महिलाओं से जुड़ी योजनाओं और उनसे जुड़े मुद्दों पर आज प्रयागराज के मोती लाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में पुलिस विभाग द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में विभिन्न विभागों के ट्रेनरों ने सेन्सीटाइजेशन ट्रेनिंग आय़ोजित की. इसमें विशेषज्ञों ने मिशन शक्ति के उद्देश्य और महिला स्वालम्बन पर चर्चा की. प्रमुख रूप से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर चर्चा की गई.
कार्यशाला में दिखाई शॉर्ट फिल्में
इस कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि मिशन शक्ति के तहत महिलाओं को सम्मान दिलाने के लिए अलग-अलग विभागों से आए ट्रेनरों ने सेन्स्टाइजेशन ट्रेनिंग का आयोजन किया. कार्यशाला में कुल नौ विभागों के ट्रेनरों को शामिल किया गया. इसमें पुलिस विभाग के सभी प्रमुख अधिकारियों ने हिस्सा लिया है. उन्होंने बताया कि यह पूरा प्रोग्राम ट्रेनिंग फॉर ट्रेनर के लिए आयोजित किया गया है. यह सभी ट्रेनर अपने क्षेत्रों में जाकर ब्लॉक स्तर, नगर और क्षेत्र में विभिन्न सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करेंगे. साथ ही पुलिस थानों में बनाई गई महिला हेल्प डेस्क वन स्टॉप सेंटर की तरह कार्य करेंगी. कोई भी महिला सेंटर पर सहायता के लिए आती है, तो उन्हें उनकी समस्याओं का निराकरण पूरी तरह से मिलना चाहिए. सेन्सीटाइजेशन कार्यशाला में आईजी रेंज केपी सिंह की ओर से प्रेजेंटेशन दिया गया. साथ ही महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर आधारित शॉर्ट फिल्में भी ट्रेनरों को दिखाई गईं. इस प्रोग्राम में कई ऐसे संवेदनशील मुद्दों को छेड़ा गया, जिससे समाज महिलाओं को लेकर संवेदनशील बने.
महिला सशक्तिकरण है एक मिशन
एडीजी जोन प्रयागराज प्रेम प्रकाश ने कहा कि जेंडर बायस को रोकने के लिए हम सभी को संवेदनशील बनाना होगा. सभी लोगों को मिशन शक्ति के मुद्दे की जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि यह प्रत्येक पुरुष और नारी के परिवार से जुड़ा हुआ मसला है. पूरे समाज से पूरे देश से जुड़ा हुआ एक विषय है. इसमें जब अच्छी तरह से संवेदीकरण किया जाएगा तो, एक सेंसटाइज पुलिस और सेंसिटिव डिपार्टमेंट तैयार होंगे, पुलिस के ट्रेनर तैयार होंगे, तो निश्चित तौर पर कह सकते हैं कि नारी सशक्तिकरण की दिशा में जो कार्य किया जा रहा है वह सफल होगा. जो महिला सशक्तिकरण का मिशन है यह एक कामयाब मिशन के रूप में जाना जाएगा.