प्रयागराजःजिले के शंकरगढ़ विकासखंड के अंतर्गत आने वाली कई ग्राम सभाओं में पेयजल की समस्या विकराल रूप धारण करने लगी है. लोग सवाल कर रहे हैं कि जब मार्च में ये हाल है तो मई-जून में क्या होगा. इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी यह सबसे अहम मुद्दा हो सकता है. चर्चा है कि सिर्फ कागजों पर हैंडपंप लगवाने और हैंडपंप की मरम्मत कार्य कराने वाले ग्राम प्रधानों को चुनाव में ग्रामीणों के रोष का सामना करना पड़ सकता है.
मार्च में ही पीने के पानी की किल्लत, जून में क्या होगा हाल - प्रयागराज में पेयजल की दिक्कत
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में कई ग्राम सभाओं में पेयजल की समस्या बढ़ती जा रही है. ग्रामीण सवाल कर रहे हैं कि जब मार्च में ये हाल है तो मई-जून में क्या होगा.
![मार्च में ही पीने के पानी की किल्लत, जून में क्या होगा हाल प्रयागराज](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-10992934-780-10992934-1615632072026.jpg)
ये है पानी का हाल
विकासखंड के अंतर्गत आने वाली ग्राम सभा सीध टिकट पहाड़ी के लोग पेयजल की किल्लत से परेशान हैं. लोगों का कहना है कि बस्ती में ज्यादातर हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं. लोगों का आधा दिन पानी की व्यवस्था करने में ही बीत जाता है.
बस्ती के ही रहने वाले मथुरा प्रसाद ने बताया कि बस्ती में हैंडपंप कई वर्षों से खराब पड़े हैं. इनकी मरम्मत आज तक नहीं कराई गई. वहीं जो हैंडपंप हैं, वह भी पानी देना बंद कर चुके हैं. इस कारण उन सभी लोगों को पानी के लिए काफी दूर जाना पड़ता है. कोई भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि उनकी इस समस्या का निदान करने के लिए आगे नहीं आ रहा है.