प्रयागराज: किन्नरों के जीवन पर आधारित शॉर्ट फिल्म जल्द ही रिलीज होने वाली है. फिल्म का नाम 'तारा' रखा गया है और इसका ट्रेलर भी जारी कर दिया गया है. प्रयागराज में बनी फिल्म में तारा का मुख्य किरदार निभाने वाली तारा रियल लाइफ में भी एक किन्नर हैं. साथ ही फिल्म में गुरु का किरदार निभा रही कौशल्या नंदगिरी (टीना मां) फिल्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगी.
किन्नरों ने खुद निभाया किन्नर का किरदार
इस फिल्म को बनाने का मुख्य उद्देश यही है कि किन्नरों को समाज में वही ओहदा मिले जो सामान्य लोगों को मिलता है. समाज किन्नरों को तिरस्कार भरी नजरों से देखता है. यह पहली ऐसी फिल्म है, जिसमें किन्नर ही किन्नर का किरदार निभा रहे हैं. तारा नाम की यह शॉर्ट फिल्म पूरी तरह से किन्नरों की जिंदगी पर आधारित है.
किन्नरों को समाज में तिरस्कार भरी नजरों से देखा जाता है, इस फिल्म में उनके इसी दर्द को दिखाया गया है. फिल्म का डायरेक्शन वरुण कुमार ने किया है. फिल्म की स्क्रिप्ट और पटकथा नाजिम अंसारी ने लिखी है. किन्नर के जीवन पर आधारित इस शॉर्ट फिल्म के रिलीज होने का लोगों को बेसब्री से इंतजार है.
फिल्म की कहानी
इस फिल्म में तारा का किरदार निभा रही किन्नर एक पढ़ी-लिखी किन्नर है. नौकरी की तलाश में उसे दर-दर भटकना पड़ता है. मगर उसे नौकरी नहीं मिलती क्योंकि वह एक किन्नर है. तारा की मदद के लिए आई संस्था ने उसे स्कूल में टीचर की नौकरी दिलाई. मगर किन्नर होने के नाते समाज में उसका तिरस्कार होता रहा. इस फिल्म में यह भी दिखाया गया कि किस तरह से कुछ मनचले युवक तारा के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश करते हैं.
भेदभाव पर सवाल
तारा समाज से पूछती है कि क्या किन्नर समाज का हिस्सा नहीं हैं. आखिर इस समाज में उनका तिरस्कार क्यों होता है, क्यों समाज में उनको सबसे अलग किया जाता है. तारा का कहना है कि और लोगों की तरह वह भी सब कुछ कर सकते हैं, फिर समाज में क्यों उनके साथ भेद-भाव किया जाता है.