प्रयागराजः गाय यानी गो माता की सेवा अब जेल में भी होने लगी है. ये सेवा जेल का स्टाफ नहीं बल्कि किसी जुर्म की सजा काट रहे बंदी कर रहे हैं. इनकी सेवा की बदौलत गोशाला की गायें अब न केवल हष्ट-पुष्ट नजर आ रहीं हैं बल्कि भरपूर दूध भी दे रहीं है. इस वजह से गोशाला की कमाई में भी भारी वृद्धि हुई है. बंदियों की इस सेवा ने गोशाला को कमाऊ बना दिया है.
प्रयागराज की नैनी जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पाण्डेय ने बताया कि सेंट्रल नैनी जेल में बंदी कल्याण एवम पुनर्वास सहकारी समिति की ओर से गोशाला का संचालन किया जा रहा है. इस गोशाला में करीब 150 गोवंश हैं, जिनमें 35 दूधारू पशु हैं. उनके मुताबिक इन गायों की सेवा जेल के बंदी ही करते हैं. उनकी सेवा की बदौलत गोवंश हष्ट-पुष्ट और स्वस्थ है. इस गोशाला से रोज करीब 250 लीटर दूध का उत्पादन होता है. उनके मुताबिक कूपन के जरिए ये दूध जेल का स्टाफ, अफसर और बंदी खरीदते हैं. इससे गोशाला की कमाई होती है.