प्रयागराज : देश को दहलाने की साजिश रचने वालों में शामिल जीशान कमर और ओसामा तो गिरफ्तार हो चुके है. लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जीशान के अलावा इस साजिश में शामिल ओसामा के पिता उबैद उर रहमान व उसके चाचा हुबैद उर रहमान के पकड़े जाने पर और भी राज खुल सकते हैं. दरअसल, पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अफसरों ने खुलासा किया था कि प्रयागराज से पकड़े गए जीशान और दिल्ली से पकड़े गए ओसामा ने बताया था कि उन्हें पाकिस्तान में ट्रेनिंग दी गई. यह भी सामने आया था कि ट्रेनिंग पाकिस्तान के थट्टा टेरर कैंप में दी गई. जिसके बाद आईबी समेत अन्य खुफिया एजेंसियां दोनों के बारे में और अधिक जानकारी जुटाने में लग गईं हैं.
ऐसे शुरू हुआ आतंकी बनने का सफर
आपको बता दें, जीशान ने एमबीए की पढ़ाई करने के बाद सऊदी अरब में जाकर अकाउंटेंट की नौकरी जॉइन कर ली थी. इस दौरान पहले से ही वहां रह रहे प्रयागराज के करेली निवासी ओसामा से उसकी मुलाकात हुई. जिसके बाद ओसामा और उसके पिता उबैद उर रहमान व उसके चाचा हुबैद उर रहमान से जीशान की मुलाकात हुई. इसके बाद से ही अकाउंटेंट से आतंकी बनने का जीशान का सफर शुरू हो गया.
खजूर के व्यापार के नाम पर रची गयी आतंक की साजिश
प्रयागराज के करेली इलाके में रहने वाले जीशान ने नैनी के शुआट्स से एमबीए की पढ़ाई पूरी की. जिसके बाद कुछ सालों पहले वो सऊदी अरब में अकाउंटेंट की नौकरी करने चला गया. यहां पर उसकी मुलाकात पुराने परिचित ओसामा और उसके पिता उबैद उर रहमान व चाचा हुमैद उर रहमान से हुई. इसी बीच उनकी नजदीकियां बढ़ती गयीं. प्रयागराज में सीएए-एनआरसी के विरोध में चल रहे प्रदर्शन में भी जीशान इन्हीं लोगों के साथ शामिल होता था. इसके बाद लॉक डाउन लगने पर जीशान प्रयागराज में रहने लगा. यहां से उसने ओसामा और उसके चाचा हुमैद उर रहमान खजूर का व्यापार करने लगे. ओसामा के चाचा और पिता कई साल से दुबई में रहकर काम करते थे. इसी वजह से जीशान आसानी से उनके साथ जुड़ गया, क्योंकि वो प्रयागराज के करेली इलाके के रहने वाले थे एक दूसरे को पहले से जानते भी थे.