प्रयागराज :जनपद में साइबर क्राइम को लेकर रविवार को एक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें जिले भर के विवेचना अधिकारी और थानाध्यक्ष मौजूद रहे. प्रशिक्षण के दौरान उन्हें साइबर क्राइम के तकनीकी पहलुओं के बारे में अवगत कराया गया.
साइबर सुरक्षा और अन्वेषण विषय को लेकर हुई इस कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के साइबर सुरक्षा सलाहकार राहुल मिश्रा ने पुलिसकर्मियों को बताया कि आज साइबर क्राइम एक बड़ी चुनौती बनकर सामने उभर रहा है, जिससे निपटने के लिए और अधिक जागरूक होने की जरूरत है. साइबर क्राइम को जागरूकता के माध्यम से ही रोका जा सकता है.
जानकारी देते आईजी रेंज मोहित अग्रवाल साइबर क्राइम के हर पहलुओं के बारे में बताया गया
उन्होंने कहा कि आज प्रतिदिन हो रहे एटीएम कार्ड, बैंक फ्रॉड, फेक ईमेल के जरिए लॉटरी, सोशल मीडिया, ट्रैकिंग, व्हाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से लोगों को नुकसान पहुंचाने वाले अपराधी पुलिस के लिए एक चुनौती बन कर सामने आए हैं. कार्यशाला के दौरान सलाहकार राहुल मिश्रा ने एटीएम, ईमेल और क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लोगों को नुकसान पहुंचाने वाले अपराधियों से कैसे निपटा जाए, क्या सावधानी बरती जाए, इसके बारे में भी गंभीरता से बताया.
जागरूकता से रोक जा सकता है साइबर अपराध
इस अवसर पर पहुंचे आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने उपस्थित थानाध्यक्षों व विवेचना अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारे सामने साइबर अपराध एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है. इसे हमें जागरूक होकर ही रोकना पड़ेगा. साथ ही उन्होंने यह भी सलाह दी कि इसके लिए सभी को एक कोर ग्रुप बनाने की जरूरत है. खास करके इस ग्रुप में ऐसे लोग हों, जो सूचना तकनीक के क्षेत्र के बारे में गहन जानकारी रखते हो, जिससे अधिक से अधिक लोगों को साइबर अपराध के बारे में जागरूक किया जा सके.